Jharkhand Assembly Election 2019: भवनाथपुर में दिख रहा कुछ काम पर ज्यादातर योजनाएं फरमा रहीं आराम
Jharkhand Assembly Election 2019. भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में बिजली की किल्लत बड़ी परेशानी है। खेतों में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था न होने से पलायन की भी बड़ी समस्या है।
श्रीबंशीधर नगर/गढ़वा, जेएनएन। Jharkhand Assembly Election 2019 - छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य की सीमा पर स्थित है झारखंड का भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र। नवजवान संघर्ष मोर्चा भानु प्रताप शाही यहां से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के अनंत प्रताप देव को 2014 के विस चुनाव में 2,601 मतों से पराजित किया था। चुनाव में विधायक भानु प्रताप शाही ने नगर उंटारी को जिला, भवनाथपुर को अनुमंडल व हरिहरपुर को प्रखंड का दर्जा दिलाने की घोषणा की थी, पर नतीजा बताता है कि उन्होंने इस ओर पुरजोर प्रयास नहीं किया।
वैसे तो भानु भाजपा प्रत्याशी को हराकर विधानसभा पहुंचे लेकिन सदन में सत्ताधारी दल को जब भी जरूरत हुई वे साथ खड़े दिखे। इसका लाभ यह हुआ कि विकास कार्यों को धरातल पर उतारने में सरकार का पूरा साथ मिला। हालांकि यह ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित हुआ। क्षेत्र में बिजली की किल्लत से लोग परेशान हैं। अनुमंडल मुख्यालय श्री बंशीधर नगर में पावर सबस्टेशन, रमना प्रखंड के भागोडीह में सुपर पावर ग्रिड के निर्माण को लेकर कदम उठाए गए हैं लेकिन यह काम अधूरा है।
विधायक का कहना है कि सुपर पावर ग्रिड बनकर तैयार होते ही क्षेत्र में 20 से 22 घंटे तक बिजली आपूर्ति बहाल रहेगी। जेल भवन, वृद्ध आश्रम का काम अधूरा रह गया था, इस पर पुन: कार्य प्रारंभ कराया। वृद्ध आश्रम तो बनकर तैयार हो गया और उसमें बुजुर्ग भी रहने लगे हैं। क्षेत्र में बिजली संकट से लोग परेशान हैं। विधायक शाही द्वारा 144 पक्की सड़क निर्माण व जीर्णोद्धार, 50 पुल-पुलिया, स्वास्थ्य उप केंद्र, पंचायत भवन, सोलर पंप द्वारा संचालित जलमीनार, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई, बिजली व सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में काफी कार्य किया गया है।
नगर उंटारी के महदेइया में बने आइटीआइ भवन में प्रशिक्षण का कार्य 5 वर्षों में भी प्रारंभ नहीं करा सके। वहीं इनके द्वारा निर्माण कराया गया ट्रॉमा सेंटर भी व्यवस्थित नहीं हो सका है। 100 बेड का अस्पताल भवन अधूरा है। कई ऐसी योजना है जिसमें काम प्रारंभ नहीं हुआ है।
आमने-सामने
विरोधियों की आंखों पर काला चश्मा चढ़ा है : भानु
विरोधियों को क्षेत्र में हुए विकास कार्य दिखाई नहीं दे रहे। उनकी आंखों पर मोटा व काला चश्मा चढ़ा हुआ है। जब वे 5 साल विधायक रहे तो एक भी काम नहीं कर सके। आज क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पेयजल, पंचायत भवन, पुल पुलिया के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। आजादी के बाद आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में बिजली हमने पहुंचाई। पर अभी और बहुत कुछ करना बाकी है।
हर खेत तक पानी पहुंचाना व क्षेत्र के सभी बेरोजगारों को रोजगार देना बाकी रह गया है, जो आने वाले समय में पूरा करेंगे। सोन नदी से पानी लिफ्ट कर भवनाथपुर में पेयजल आपूर्ति की स्वीकृति, जल मीनार सोलर पंप द्वारा पेयजल आपूर्ति की स्वीकृति सहित कई योजनाओं की स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा दे दी गई है। जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा। -भानु प्रताप शाही, विधायक, भवनाथपुर।
केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को बता रहे अपना : अनंत
पांच वर्षों में विधायक भानु प्रताप शाही द्वारा ऐसा कोई विकास का कार्य नहीं किया गया, जिससे जनमानस को कोई लाभ हो। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को अपना बताने में विधायक ने पांच वर्ष गुजार दिए। क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। भवनाथपुर में 1320 मेगा पावर प्लांट का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मैंने कराया था।
पर दुर्भावना से ग्रसित हो विधायक ने पावर प्लांट लगाने की कोई पहल नहीं की। यदि पावर प्लांट भवनाथपुर में लग जाए तो क्षेत्र से बेरोजगारी के साथ गरीबी भी दूर हो जाएगी। इनके समय में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। क्षेत्र का एक मात्र औद्योगिक प्रतिष्ठान आरएमडी सेल बंदी के कगार पर है। -अनंत प्रताप देव।
कितने खरे उतरे विधायक
1. रोजगार का है अभाव
क्षेत्र में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। युवा पलायन कर रहे हैं।
भानु प्रताप शाही : बेरोजगारों को रोजगार से जोडऩे के लिए काफी कार्य किया है। कई युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से रोजगार से जोड़ा गया है। भवनाथपुर में सीमेंट फैक्ट्री लगाकर बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा।
अनंत प्रताप देव : विधायक ने चुनाव में बेरोजगारी दूर करने का युवाओं से वादा किया था, जो पूरा नहीं कर सके। क्षेत्र के युवा रोजी रोटी की तलाश में पलायन करने को विवश हैं। विधायक बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध नहीं करा सके हैं।
2. शिक्षा की स्थिति बदहाल है
भवन तो है पर शिक्षकों का टोटा है। विद्यालयों में छात्र के अनुपात में पारा शिक्षक नहीं हैं।
भानु प्रताप शाही : शिक्षा के क्षेत्र में कई कार्य किए गए हैं। झगड़ा खान के जिरहुल्ला में डिग्री कॉलेज का निर्माण, विद्यालय व महाविद्यालय में कमरों का निर्माण, महाविद्यालय व विद्यालय के पुस्तकालयों को पुस्तक दिए गए हैं।
अनंत प्रताप देव : क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति दयनीय है। शिक्षक हैं तो भवन नहीं। भवन है तो शिक्षक नहीं। छात्र अनुपात में सभी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। पठन-पाठन बाधित है। छात्र अनुपात में शिक्षक होना जरूरी है।
3. सिंचाई का है अभाव
70 प्रतिशत भूमि में सिंचाई की सुविधा नहीं है। किसान भगवान भरोसे ही खेती कर रहे हैं।
भानु प्रताप शाही : किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए क्षेत्र के सभी डैम के कैनाल का पक्कीकरण किया जा रहा है। हर खेत तक पानी पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। सिंचाई के मामले में हमारा क्षेत्र काफी आगे है।
अनंत प्रताप देव : सिंचाई के क्षेत्र में विधायक द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया है। कैनाल का पक्कीकरण कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देन है। पीएम का सपना है सभी कैनाल का पक्कीकरण कर सिंचाई के लिए पानी देना।
4. चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त नहीं
क्षेत्र में अस्पताल भवन है पर चिकित्सकों की कमी है।
भानु प्रताप शाही : क्षेत्र के करीब-करीब सभी प्रखंडों में अपना अस्पताल भवन है। पंचायत व गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया गया है। सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक व पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध है।
अनंत प्रताप देव : पिछले टर्म में स्वास्थ्य मंत्री होने के बाद भी विधायक ने चिकित्सा के क्षेत्र में कोई कार्य नहीं किया। विधायक के शिलान्यास किए गए कई अस्पताल भवन का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। अस्पताल में चिकित्सक व दवा की घोर कमी है।
5. बिजली बनी बड़ी समस्या
बिजली की अनियमित आपूर्ति से उपभोक्ता हलकान हैं।
भानु प्रताप शाही : भागोडीह में विद्युत ग्रीड का निर्माण कार्य पूरा होते ही क्षेत्र बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। सभी प्रखंडों में विद्युत सब स्टेशन का निर्माण हुआ है और कराया जा रहा है।
अनंत प्रताप देव : बिजली की लचर व्यवस्था से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। विधायक द्वारा विद्युत व्यवस्था बहाल करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। भागोडीह में पावर ग्रिड का निर्माण राज्य सरकार द्वारा कराया जा रहा है।
मतदाओं का मिजाज
आजादी के बाद जितने भी विधायक बने उन सबसे अधिक विकास का कार्य विधायक भानु प्रताप शाही के काल में हुआ है। हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास कार्य दिखाई दे रहा है। -रफीउल्लाह खलीफा। 10/10 अंक।
सड़क को छोड़कर किसी क्षेत्र में अपेक्षित विकास नहीं हो सका है। सिर्फ सड़कों का ही विकास भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। -देवराज तिवारी, अधौरी। 5/10 अंक।
जनता के विकास से विधायक को कोई लेना देना नहीं है। विधायक अपने व अपने लोगों के विकास में दिन रात लगे रहते हैं। -राजेंद्र प्रसाद, श्री बंशीधर नगर। 0/10 अंक।
सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, सिंचाई सहित सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में विधायक द्वारा 5 वर्ष में काफी विकास कार्य किए गए हैं। -रामाधार प्रसाद मेहता, अहिपुरवा। 10/10 अंक।
पांच वर्ष में क्षेत्र में अपेक्षा से अधिक विकास हुआ है। अभी तक किसी विधायक ने इतना विकास कार्य नहीं किया था। सबके सुख दुख में विधायक शामिल होते हैं। -सौरव सुमन, भवनाथपुर। 9/10 अंक।
विकास हुआ है, पर अपेक्षा के अनुरूप विकास कार्य होना बाकी है। जनता की कसौटी पर विधायक खरे नहीं उतरे। -राजकुमार सोनी, श्री बंशीधर नगर। 5/10 अंक।
विधायक निधि का उपयोग
1. वित्तीय वर्ष 2015-16 : 100 प्रतिशत
2. 2016-17 : 100 प्रतिशत
3. 2017-18 : 100 प्रतिशत
4. 2018-19 : 100 प्रतिशत
5. 2019- 20- 60 प्रतिशत। कई योजनाएं स्वीकृत।
भवनाथपुर विस क्षेत्र में कुल मतदाता- 3,73,806
पुरुष- 2,01,004
महिला- 1,72,802
विधानसभा चुनाव 2014 में प्राप्त मत
भानु प्रताप शाही, नसंमो : 58,908
अनंत प्रताप देव, भाजपा : 56,247
2019 लोकसभा चुनाव में भवनाथपुर विधानसभा
बीडी राम, भाजपा : 1,55,791
घूरन राम, राजद : 52,502