पुराने अंदाज में दिखे लालू, जेल नियमों की धज्जियां उड़ाकर सजाया सियासी दरबार; हेमंत ने भी की मुलाकात
Jharkhand Election Result 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव जीतने के बाद महागठबंधन के नेता और नामित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजद सुप्रीमो से रांची के रिम्स में मुलाकात की।
रांची, जासं। Jharkhand Election Result 2019 झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनने की प्रक्रिया के बीच चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ाकर पेइंग वार्ड के बरामदे में जनता दरबार लगा रहे हैं। गुरुवार को आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने बारी-बारी से लालू प्रसाद से मुलाकात की। हेमंत सोरेन के लालू से मुलाकात कर निकलने के बाद से यह सिलसिला चालू हुआ। लालू प्रसाद से मुलाकात करने के लिए रिम्स के पहले तल्ले में धड़ाधड़ लोग अंदर घुसते रहे, जबकि वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने एक बार भी इसकी सुध तक नहीं ली। लालू से मुलाकातियों के नाम के बारे में जब पुलिसकर्मियों से पूछा गया तो इंस्पेक्टर अशोक मंडल ने सिर्फ हेमंत सोरेन का नाम बताया। इस बीच सात लोगों ने लालू से मुलाकात की, लेकिन इसका रजिस्टर तक में कोई जिक्र नहीं है।
मुलाकातियों ने मीडिया से कहा, जेल प्रशासन से मिली है अनुमति
इधर लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर निकलते हुए राजद नेता जनार्दन प्रसाद से जब मीडिया ने लालू से मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन से उन्हें अनुमति मिली है, जबकि जेल अधीक्षक के अुनसार उनका नाम मुलाकातियों की सूची में है ही नही। वहीं बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने भी जेल प्रशासन से अनुमति मिलने का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि लंबे समय से लालू प्रसाद की तबीयत को लेकर चिंतित थे, इसलिए उनका हाल जानने आए थे।
मुलाकातियों के लिए शनिवार का दिन तय, गुरुवार को इतने लोगों को विशेष अनुमति कैसे?
जेल प्रशासन द्वारा लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए शनिवार का दिन तय है। इस दिन अधिकतम तीन लोगों को लालू से मुलाकात की अनुमति दी जाती है। वहीं परिवार के सदस्य के लिए सप्ताह में किसी भी दिन एक सदस्य को विशेष परिस्थिति में मिलने की अनुमति दी जाती है। करीब तीन महीने पहले जेल प्रशासन ने लालू के बेटे तेजस्वी को भी मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी थी, जिसके बाद उन्हें बगैर मुलाकात के लौटना पड़ा था।
कौन-कौन मिला ये नहीं पता : सुरक्षा प्रभारी
पेइंग वार्ड में लालू प्रसाद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा प्रभारी अशोक मंडल ने बताया कि हेमंत सोरेन के अलावा लालू प्रसाद से कौन-कौन मिला ये नहीं पता। जब रजिस्टर में इंट्री देखी गई तो उसमें हेमंत सोरेन का भी नाम नहीं था। बाकियों ने भी बगैर किसी प्रक्रिया के लालू से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार चुनाव रिजल्ट आने के बाद से हर दिन 4-5 लोग लालू प्रसाद से पेइंग वार्ड में मुलाकात करते हैं।
लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए गुरुवार को हेमंत सोरेन, बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह और कांग्रेस के बेरमो विधायक राजेंद्र सिंह को विशेष अनुमति दी गई थी। 7-8 लोगों के मिलने की जानकारी मुझे नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। अशोक चौधरी, जेल अधीक्षक, बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची।
जेल मैनुअल फेल, नियमों की उड़ी धज्जियां
झारखंड में सत्ता बदलते ही एक बार फिर से लालू राज कायम होता दिख रहा है। शनिवार को मुलाकातियों से मिलने के दिन से इतर गुरुवार को ही एक साथ कई लोगों ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से रांची के रिम्स में मुलाकात की है। चारा घोटाला के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव बिरसा मुंडा जेल के कैदी हैं, जिन्हें करीब 11 गंभीर बीमारियों के चलते रांची के रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। यहां नियम-कायदे को ताक पर रख कर गुरुवार को लालू से मिलने वालों का तांता लगा रहा। पेईंग वार्ड में सियासी सरगर्मी का आलम यह रहा कि बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह समेत कई नेता-कार्यकर्ता जेल नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लालू से बिना रोक-टोक के जा मिले।
इधर, जेल सूत्रों का कहना है कि लालू से 12-15 लोगों के मिलने के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। नियमों की मानें तो विशेष परिस्थिति में ही लालू से उनके पारिवारिक सदस्य या कोई विशिष्ट व्यक्ित मिल सकता है। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक अशोक चौधरी ने बताया कि हेमंत सोरेन, नरेंद्र सिंह और राजेंद्र सिंह को लालू से मिलने की विशेष्ा अनुमति दी गई है। 12-15 लोगों के मिलने की जानकारी मुझे नहीं है। अगर ऐसा हुआ है ताे इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
लालू से मिले हेमंत, प्रधानमंत्री से भी मिलने का मांगा समय
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन नई सरकार के गठन को लेकर लगातार विपक्षी गठबंधन के प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इसी सिलसिले में गुरुवार को हेमंत ने चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान लालू ने हेमंत को सरकार चलाने में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। हेमंत के शपथग्रहण समारोह में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई वरीय नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। हेमंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात का वक्त मांगा है।
इससे पहले बुधवार को हेमंत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे, इस दौरान हेमंत ने उन्हें 29 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और चुनाव के दौरान मिले सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
रघुवर दास के खिलाफ केस वापस लेंगे
विधानसभा चुनाव के दौरान एक बयान को लेकर हेमंत सोरेन ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति थाने में शिकायत की थी। बुधवार को उनकी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई, लेकिन हेमंत सोरेन अब इस मामले को तूल नहीं देना चाहते। वे रघुवर दास के खिलाफ थाने में की गई शिकायत वापस लेंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात करने के बाद मीडिया से रूबरू हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार किसी के प्रति दुर्भावना से काम नहीं करेगी। लालू प्रसाद उनके अभिभावक हैैं और सरकार को लेकर उनके दिशानिर्देश की आवश्यकता है। कहा, राज्य को दिशा देने के लिए सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष की भी अहम भूमिका होगी। सकारात्मक सोच के साथ ही सारा काम संभव है। वे इसी सोच के साथ राज्य को दिशा देना चाहते हैैं।
29 को दोपहर दो बजे शपथ लेंगे हेमंत
हेमंत सोरेन और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य 29 दिसंबर को दो बजे शपथ लेंगे। मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने गुरुवार को हेमंत सोरेन से मुलाकात कर शपथ ग्रहण के लिए विधिवत आमंत्रित किया।
भाकपा माले का भी समर्थन
हेमंत सोरेन की सरकार को भाकपा माले का भी समर्थन मिलेगा। गुरुवार को इस बाबत निर्णय किया गया। बगोदर के नवनिर्वाचित विधायक विनोद कुमार सिंह इस बार विधानसभा में भाकपा माले के एकमात्र चेहरा हैैं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद झारखंड के नामित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स परिसर में बने ट्रामा सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने यहां इलाज के लिए भर्ती मरीजों का हालचाल जाना। इस दौरान रिम्स के कर्मचारियों ने फूलों का गुलदस्ता देकर हेमंत सोरेन का स्वागत किया। हेमंत ने यहां इलाज के लिए भर्ती बीते दिन हादसे में घायल हुए एक जेएमएम कार्यकर्ता से भी मुलाकात की।
लालू प्रसाद यादव से रांची के रिम्स में मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया चल रही है। राजद सुप्रीमो रिम्स में इलाजरत हैं। इसी वजह से उनसे मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लेने आया था। सरकार को पूरी तरह से स्थापित करने के लिए उनके दिशा-निर्देश की जरूरत है। उसके बाद बाकी अन्य चीजों पर आगे बात होगी।
हेमंत ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि हम किसी द्वेष भाव से राजनीतिक काम नहीं करते हैं। किसी राज्य को दिशा देने के लिए जितनी भूमिका सत्तापक्ष की होगी, उतनी ही भूमिका विपक्ष की होगी। लड़ाई-झगड़ा करके राज्य को दिशा नहीं दी जा सकती है। हेमंत ने कहा कि मेरा यह मानना है कि सारा काम बिल्कुल पॉजिटिव सोच के साथ संभव है। इसी सोच के साथ इस राज्य को दिशा देना चाहते हैं। इसलिए हमने रघुवर दास के खिलाफ जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब उस एफआइआर को वापस लेने का भी निर्णय लिया है।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री को भी किया आमंत्रित
नामित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री से भी समय मांगा था। वे भी इसमें शामिल होना चाहते थे। लेकिन विधायी कार्यों में व्यस्तता के कारण शायद पीएम मोदी शामिल नहीं हो पाएंगे। हेमंत ने कहा कि हम इस राज्य को सभी लोगों के सहयोग के साथ आगे ले जाना चाहते हैं। हेमंत ने इसके लिए सभी राजनीतिक दलों, पक्ष-विपक्ष से साथ देने की अपील की है। हेमंत सोरेन सीधा नई दिल्ली से राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे हैं।
चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे हैं। इससे पहले लालू ने हेमंत सोरेन को जीत की बधाई देते हुए ट्विटर पर अपने संदेश में हेमंत सोरेन को शुभकामना और आशीष देते हुए लिखा था- मनोकामना पूर्ण हुई। अहंकार और पाखंड की सरकार का अवसान हुआ।