Jharkhand Assembly Election 2019: रांची रैली के लिए कांग्रेस ने तय किया 25 हजार की भीड़ का लक्ष्य
रैली में प्रदेश प्रभारी आरपीएन सह प्रभारी उमंग सिंघार का आना तय है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी आमंत्रित हैं। सभी विधानसभा के प्रभारियों को क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रांची में प्रमंडलीय रैली के दौरान 25 हजार लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों के सामने भी लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार का आना तय हो चुका है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी आमंत्रित किए गए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम इस रैली के लिए स्वयं तैयारियों को आखिरी स्वरूप दे रहे हैं। रैली 30 अक्टूबर को 11.30 बजे झारखंड विधानसभा मैदान में है। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने बताया कि रैली की सफलता के लिए कांग्रेस के सीनियर नेता जनसंपर्क कर रहे हैं। जन आक्रोश रैली में 25 हजार कार्यकर्ताओं को जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रांची महानगर व रांची जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सह कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर और मुख्यालय प्रभारी केशव महतो कमलेश रैली की तैयारियों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। हटिया, रांची, कांके, सिल्ली, खिजरी, माण्डर, लोहरदगा, खूंटी, सिमडेगा, गुमला सहित दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के नेता जनभागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।
रांची महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संजय पांडेय तथा ग्रामीण अध्यक्ष सुरेश बैठा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बैठकें कर रहे हैं। रैली की सफलता को लेकर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव, शमशेर आलम, राजीव रंजन प्रसाद, आभा सिन्हा, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. एम तौसीफ, रवीन्द्र सिंह, अमिताभ रंजन, प्रेम कुमार पासवान आदि भी क्षेत्र में जुटे हुए हैं।
सुबोधकांत के घर जुटे कांग्रेसी, जनाक्रोश रैली को सफल बनाने पर चर्चा
रांची में 30 अक्टूबर को होने वाली कांग्रेस की जनाक्रोश रैली की सफलता को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई। सुबोधकांत के आवास पर हुई बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रैली की तैयारियों पर चर्चा करते हुए रणनीति बनाई और कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया।
इस मौके पर चर्चा के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने सुबोधकांत के समक्ष यह मांग भी रखी कि रांची सीट को महागठबंधन के किसी और अन्य दल के खाते में देने की बजाय कांग्रेस को अपना प्रत्याशी उतारना चाहिए। मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।