Jharkhand Assembly Election 2019: आनंद में कांग्रेस, पहले चरण में 9 सीटों पर जीत का दावा
Jharkhand Assembly Election 2019 कांग्रेस ने कहा कि नौ सीटों पर हमारी जीत सुनिश्चत है। दो पर कांटे की टक्कर और एक या दो सीटों पर किसी की जीत हो सकती है। लेकिन भाजपा का सफाया तय है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 कांग्रेस ने पहले चरण की जिन 13 सीटों पर शनिवार को मतदान की प्रक्रिया संपन्न हुई है उनमें नौ सीटों पर यूपीए गठबंधन की जीत का दावा किया है। शनिवार शाम कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 13 विधानसभा सीटों में महागठबंधन के लगभग सभी प्रत्याशी मुकाबले में हैं। कांग्रेस ने कहा कि नौ सीटों पर हमारी जीत सुनिश्चत है। दो पर कांटे की टक्कर और एक या दो सीटों पर किसी की जीत हो सकती है। लेकिन भाजपा का सफाया तय है।
आलोक दुबे ने कहा कि पहले चरण के मतदान के रूझानों के स्पष्ट संकेत हैं कि महागठबंधन की विजय का सिलसिला आरंभ हो चुका है, जो पांच चरणों तक बदस्तूर चलेगा। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा और आजसू को एक ही थैली का चट्टा-बट्टा बताया। कहा, पांच वर्षों तक सत्ता से चिपके रहे भाजपा व आजसू एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता जरिता लैफलोंग, लाल किशोरनाथ शाहदेव व राजेश गुप्ता भी उपस्थित थे।
विपक्षी गठबंधन को बढ़त, फर्स्ट डिवीजन से सरकार बनाएंगे हेमंत : झामुमो
राज्य में प्रथम चरण के मतदान के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने विपक्षी गठबंधन की जीत का दावा किया है। उनका तर्क है कि प्रथम चरण में बंपर वोटिंग इस बात का संकेत है कि जनता अब रघुवर सरकार से ऊब चुकी है और गठबंधन के पक्ष में अपना वोट दिया है। प्रथम चरण से ही गठबंधन को बढ़त है, हेमंत सोरेन फस्र्ट डिवीजन से सरकार बनाएंगे। 13 सीटों में से चार सीटों पर झामुमो लड़ रही है और सभी सीटों पर 50 हजार से अधिक के अंतर से पार्टी जीत रही है। यही मिजाज दूसरे फेज में भी दिखेगा। पश्चिमी सिंहभूम के साथ-साथ पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला-खरसांवा भाजपा मुक्त हो जाएगा।
सोशल मीडिया पर भाजपा फैला रही अफवाह, ध्यान दे चुनाव आयोग
भाजपा के प्रत्याशियों की जमानत जब्त होगी। इस मूड से भाजपा की बौखलाहट बढ़ी है। सोशल मीडिया पर आदिवासी व गैर आदिवासी पर गलत अफवाह फैलाने के मामले में जमशेदपुर के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। आरोपित को रघुवर नहीं बचा पाएंगे। डिजिटल प्लेटफार्म पर भाजपा का गुणगान हो रहा है। इसे बंद करने की जरूरत है। चुनाव आयोग इसपर ध्यान दे।
जिसे पार्टी ने बढ़ाया विधायक बनाया वह बड़े-बड़े बोल बोल रहा है
झामुमो महासचिव चक्रधरपुर के विधायक शशिभूषण सामड को लक्ष्य करते हुए कहा कि एक सेवानिवृत्त फौजी था। उसकी कोई राजनीतिक योग्यता नहीं थी। उसे पहचान देकर झामुमो ने विधायक बनाया। उसके बाद से ही लगातार क्षेत्र के लोगों के साथ, पार्टी के नेताओं के साथ वह गलत व्यवहार करते रहे। यही कारण है कि इस बार उसे टिकट से वंचित कर दिया गया। अब वे बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैैं।
आरोप लगा रहे हैैं कि हेमंत सोरेन ने 50 लाख रुपये में टिकट का सौदा किया। छह करोड़ रुपये लेकर चाईबासा लोकसभा सीट का सौदा किया था। यह कैसा पंडित है। पिछली बार कितने पैसे लेकर किससे व किस परिस्थिति में चुनाव लड़े थे। भूल गए कि चुनाव लडऩे का पूरा खर्च पार्टी ने दिया था। जनता समय पर हिसाब लेगी।