Jharkhand Election 2019: कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कसा तंज, रघुवर राज में डैम खा रहे चूहे; झारखंड में भ्रष्टाचार चरम पर
Jharkhand Assembly Election 2019. रांची में प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता मोदी सरकार पर जमकर बरसे। बोले- केंद्र ने अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठाया।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठा दिया है। वर्तमान में देश की स्थिति संवेदनशील है। सरकारी आंकड़े बताते हैैं कि देश की जीडीपी (ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट) घटकर 4.50 फीसदी पर आ गई है। लेकिन, विडंबना हैै कि भाजपा के एक सांसद कहते हैैं कि जीडीपी के आंकड़ों का कोई मतलब नहीं है।
मनीष तिवारी कांग्रेस भवन में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम को राजनीतिक द्वेष के चलते फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी वर्ष 1991 के स्तर पर पहुंच गई है। निजी निवेश बंद होने की वजह से ऐसी स्थिति आई है। इसका सीधा मतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी को अर्थव्यवस्था चलाना नहीं आता है। सरकार ने डर का ऐसा माहौल तैयार किया कि निवेशक यहां से भाग गए।
गैर भाजपा शासित प्रदेशों में सितंबर व अक्टूबर माह के जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) का शेयर भी नहीं मिला है और अब केंद्र सरकार कह रही है कि उनके पास पैसा नहीं है। महंगाई बढ़ती जा रही है। प्याज की कमी होने के बाद सरकार बाहर से प्याज मंगा रही है। यह काम पहले ही किया जाना चाहिए था। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाकर देश में बनी इस अवधारणा को तोड़ा गया कि परिणाम चाहे जो भी हो, सरकार भाजपा की ही बननी है।
रघुवर सरकार फेल, बदलाव की जरूरत
मनीष तिवारी ने रघुवर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार यहां की जनता को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई है। आश्चर्य होता है कि जो प्रदेश खनिज संपदा से अमीर हो, वैसे प्रदेश में भुखमरी और किसान आत्महत्या कर रहे है। भ्रष्टाचार चरम पर है, चूहे डैम खा जा रहे हैैं और रोजगार के लिए लोग पलायन कर रहे हैैं। रघुवर सरकार बुनियादी सुविधा के मापदंडों पर पूरी तरह से विफल रही है। अब बदलाव की जरूरत है।
द्वेष की राजनीति नकारात्मक होती है
मनीष तिवारी ने कहा कि चिंदबरम को राजनीतिक द्वेष के चलते फंसा दिया गया है। अब जब वे जेल से बाहर निकलेंगे तो इसका खुलासा हो जाएगा। उनके खिलाफ सीबीआइ द्वारा दाखिल आरोप पत्र में कहा गया है कि उन्होंने 9.96 लाख रुपये किसी कंपनी से तथाकथित घूस लिया हैैं। कहा कि चिदंबरम देश के जाने-माने वकील हैैं और किसी मामले में पक्ष रखकर इससे ज्यादा पैसे कमा सकते हैैं। कहा कि द्वेष की राजनीति नकारात्मक होती है, यह बात भाजपा नेताओं को समझनी चाहिए।