जमशेदपुर,अवनीश कुमार। Ichagarh Jharkhand Election Result 2019 विधानसभा चुनाव में ईचागढ़ क्षेत्र से झामुमो उम्मीदवार सविता महतो अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आजसू पार्टी के हरेलाल महतो को कुल 18710 मतों से पराजित कर पहली महिला विधायक बनी। सरायकेला स्थित काशी साहू कॉलेज परिसर में हुए मतगणना में उन्होंने पहले राउंड से ही बढ़त बनाई हुई थी।
अंतिम राउंड के मतगणना में सविता महतो को कुल 57547 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी आजसू पार्टी के हरेलाल महतो को कुल 38836 मत मिले। चुनाव में तीसरे स्थान पर 38485 मत हासिल कर भाजपा उम्मीदवार साधु चरण महतो और पूर्व विधायक सह निर्दलीय उम्मीदवार अरविंद कुमार सिंह 32206 मत प्राप्त कर चौथे स्थान पर रहे। इस चुनाव में ईचागढ़ के आम मतदाताओं ने अंतिम समय तक किसी भी दल व उम्मीदवार के प्रति रुझान नहीं दिखाया। ईचागढ़ के कुल 1072 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को चुनने के बजाय नोटा को चुना। यहां चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे कुल 31 उम्मीदवारों में से 15 उम्मीदवारों से अधिक मत नोटा को मिले हैं।
44 पोस्टल मतों में नौ रिजेक्ट
इचागढ़ विधानसभा में पोस्टल बैलट से कुल 44 मत मिले। इनमें से नौ मत रिजेक्ट कर दिया गया। बाकि बचे 35 मतों में झामुमो उम्मीदवार सविता महतो को 16, भाजपा उम्मीदवार साधु चरण महतो को 10, आजसू पार्टी प्रत्याशी हरेलाल महतो को पांच, अरविंद कुमार सिंह को दो और डोमन चंद्र माझी व रंजीत महतो को एक-एक मत मिले।
उम्मीदवार - पार्टी - मिले मत
सविता महतो - झामुमो - 57546
हरेलाल महतो- आजसू पार्टी-38836
साधुचरण महतो - भाजपा - 38485
अरविंद कु.सिंह - निर्दलीय - 32206
धनेश्वर महतो - बसपा - 773
विनोद राय - झाविमो - 1839
अग्नि वर्धन सिंह - शिवसेना - 697
अंबुज कुमार - नागरिक अधिकार पार्टी - 549
असीम कुमार - ऐहरा नेशनल पार्टी - 549
डोमन चंद्र माझी - आंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया - 720
निर्मल कुमार महतो - राष्ट्रीय इंडिपेंडेंट मोर्चा - 460
नेपाल किस्कू - सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया, कॉम्यूनिष्ट - 846
प्रवेश कुमार - रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया - 1269
बनु सिंह सरदार - प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, लोहिया - 1461
ब्यासदेव महतो - आमरा बंगाली - 1325
रंजीत महतो - ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक - 511
विजय महतो - लोक जनशक्ति पार्टी - 2011
शेख आखिरूद्दीन - झारखंड पार्टी नरेन - 1157
शैलेंद्र महतो - जनता दल यूनाइटेड - 906
संतोष कुमार - भारतीय आजाद सेना - 306
आनंद गोप - निर्दलीय - 1117
कियाम हुसैन - निर्दलीय - 1496
गुरुपद महतो - निर्दलीय - 2237
जगदीश चंद्र महतो - निर्दलीय - 1329
जितेंद्र ठाकुर - निर्दलीय - 471
नारायण चंद्र गोप - निर्दलीय - 2798
प्रमोद कुमार सिंह - निर्दलीय - 658
विष्णु कालिंदी - निर्दलीय - 1073
लेखनाथ निषाद - निर्दलीय - 870
शैलेश कुमार सिंह - निर्दलीय - 789
समर कुमार - निर्दलीय - 503
नोटा - 1072
बना इतिहास
झामुमो की सबिता बनी ईचागढ़ की पहली महिला विधायक
2014 में पति सुधीर महतो के निधन के बाद से लगातार रही हैं जनता के बीच
पति के अधूरे सपने पूरे करने व क्षेत्र के विकास के लिए मांगे वोट
1967 में अस्तित्व में आये ईचागढ़ विधानसभा सीट पर पहली बार किसी महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। 2014 में झामुमो के कद्दावर नेता राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री व पति सुधीर महतो के निधन के बाद सबिता महतो लगातार ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच रही हैं। इस बीच वे राज्य व केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ हमलावर रहीं। सबिता ने सभी चुनावी सभाओं व जनसंपर्क के दौरान भाजपा विधायक साधु चरण महतो पर पांच साल में चांडिल डैम के विस्थापितों को गुमराह करने का आरोप लगाती रहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में किसानों की स्थिति बदहाल है, सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है। चुनावी घोषणा के बाद सुधीर महतो की बेटी लगातार मां सबिता महतो के लिए चुनावी कैम्पेन चला रही थी।
ये रहे ईचागढ़ के विधायक
1967-युवराज प्रभात कुमार आदित्यदेव कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने
1969-फॉरवर्ड ब्लाक के घनश्याम महतो बने विधायक
1072-शत्रुघ्न आदित्यदेव निर्दलीय विधायक
1977 व 1980 में फॉरवर्ड ब्लाक के घनश्याम महतो बने विधायक
1990 में झामुमो के सुधीर महतो बने विधायक बने
1995 में निर्दलीय अरविंद कुमार सिंह विधायक बने
2000 में भाजपा के अरविंद कुमार सिंह बने विधायक
2005 में झामुमो के सुधीर महतो बने विधायक
2009 में झाविमो के अरविंद कुमार सिंह बने विधायक
2014 में भाजपा के साधुचरण महतो बने विधायक
कुल वोटर : 252418
ईचागढ़ सीट का लेखा-जोखा
सरायकेला खरसावन जिले का हिस्सा यह विधानसभा क्षेत्र स्वर्णरेखा नदी के किनारे बसा हुआ है। राज्य की कैपिटल रांची लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा ईचागढ़ विधानसभा सीट 2005 में गठित की गई। शुरुआत से ही इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का दबदबा रहा है। 2005 में यहां कराए गए विधानसभा चुनाव में झामुमो के नेता सुधीर महतो यहां से विधायक चुने गए। फिर 2009 के चुनाव में यहां से झारखंड विकास मोर्चा के नेता अरविंद कुमार सिंह विधायक बने। 2014 के चुनाव में भाजपा के साधु चरण महतो को यहां की जनता ने अपना विधायक बनाया। इस नदी की जलधारा के चलते इलाके की जमीन उपजाऊ मानी जाती है। यहां बड़े पैमाने पर धान समेत अन्य फसलों का उत्पादन किया जाता है। मान्यता है कि इस इलाके को उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य के शासनकाल में बसाया गया था। इस इलाके के दयापुर और डुलमी को विक्रमादित्य ने अपनी राजधानी के तौर पर विकसित किया था, जिसे उन्होंने ईचागढ़ नाम दिया था।