Hemant Oath Ceremony: मंत्री का ठिकाना नहीं, आप्त सचिव बनने की लगी होड़
Hemant Oath Ceremony मंत्री के हटने के बाद नए मंत्री से जुड़ जाते हैं कुछ अफसर सभी मंत्रियों को सरकारी कोटे से मिलते हैं एक-एक आप्त सचिव
रांची, राज्य ब्यूरो। Hemant Oath Ceremony राज्य में नई सरकार गठन को लेकर मंत्रियों के नाम अभी तक तय नहीं हुए हैं, लेकिन अभी से ही मंत्रियों के आप्त सचिव बनने को लेकर अफसरों में होड़ लग गई है। इस होड़ में वे अफसर शामिल हैं, जो पूर्व में किसी न किसी मंत्री के आप्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। यहां प्रत्येक मंत्रियों के पास जहां एक-एक निजी आप्त सचिव होते हैं, वहीं सरकारी कोटे से भी एक-एक आप्त सचिव दिए जाते हैं। दोनों के वेतन का भुगतान कैबिनेट विभाग द्वारा किया जाता है। इनका पदस्थापन मंत्रियों की अनुशंसा पर ही होता है।
राज्य में कुछ पदाधिकारी ऐसे भी हैं, जो मंत्री बदलने के बाद नए मंत्री से चिपक जाते हैं। रघुवर कैबिनेट के भी एक-दो मंत्रियों के आप्त सचिव रहे पदाधिकारी पूर्व में हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्रियों के भी आप्त सचिव थे। इन दोनों पदाधिकारियों के इस नई सरकार के भी मंत्रियों के आप्त सचिव बनने की संभावना है। बता दें कि राज्य के कुछ पूर्व मंत्रियों के तत्कालीन आप्त सचिव बदनाम भी रहे हैं।
कुछ आप्त सचिव अपने क्रियाकलापों को लेकर चर्चित रहे हैं, तो कुछ पर गंभीर आरोप भी लगे हैं। एक पूर्व मंत्री के आप्त सचिव के यहां छापेमारी हुई, तो पता चला कि उसने करोड़ों रुपये डाकघर में निवेश किए थे। हालांकि, यह आप्त सचिव निजी कोटे से था। वहीं, पिछली सरकार में ही एक मंत्री के आप्त सचिव द्वारा घूस मांगने का आडियो वायरल हुआ था। इसके बाद उस आप्त सचिव को पद से हटा दिया गया था।