Hemant Oath Ceremony: रघुवर पर दायर मुकदमा वापस लेंगे हेमंत, दुर्भावना से नहीं चलांएगे सरकार
Hemant Oath Ceremony सरकार गठन की कवायद और शपथग्रहण की तैयारियों के बीच हेमंत सोरेन ने कहा राज्य के विकास के लिए पक्ष-विपक्ष सभी का लेंगे सहयोग।
रांची, राज्य ब्यूरो। Hemant Oath Ceremony नई सरकार के गठन और मंत्रालयों के बंटवारे की कवायद की बीच झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन ने सबको साथ लेकर चलने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए सबको मिलजुल कर सकारात्मक रुख अपनाते हुए काम करना चाहिए। विपक्ष की भूमिका को भी अहम बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी के प्रति दुर्भावना से काम नहीं करेगी और सबको साथ लेकर चलेगी। उन्होंने पिछले दिनों जामताड़ा के मिहिजाम में रघुवर दास के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे को भी वापस लेने की बात कही है।
हेमंत ने कहा कि राज्य को सभी लोगों के सहयोग के साथ आगे ले जाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है, लेकिन वह व्यस्तता के कारण नहीं आ सकेंगे। हेमंत के शपथग्रहण समारोह में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई वरीय नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इससे पहले बुधवार को सोरेन नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे। हेमंत ने उन्हें 29 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और चुनाव के दौरान मिले सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
उधर नई सरकार के गठन और शपथ ग्रहण समारोह को लेकर हेमंत के प्रमुख नेताओं से मुलाकात का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। गुरुवार को हेमंत ने चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान लालू ने हेमंत को सरकार चलाने में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। हेमंत ने कहा कि लालू जी हमारे अभिभावक जैसे हैैं और सरकार के संचालन में उनके जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं के मार्गदर्शन और आशीर्वाद की जरूरत है। लालूजी ने हमेशा आशीर्वाद बनाए रखने की बात कही है। इस बीच महागठबंधन की नई सरकार को भाकपा माले का भी समर्थन मिल गया है। इसके साथ ही अब इस खेमे को 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया है। राज्य में पहली बार इतने विधायकों की समर्थन वाली सरकार बन रही है।
मामले को नहीं देना चाहते तूल
विधानसभा चुनाव के दौरान एक बयान को लेकर हेमंत सोरेन ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति थाने में शिकायत की थी। बुधवार को उनकी शिकायत के आधार पर मिहिजाम में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई, लेकिन हेमंत सोरेन अब इस मामले को तूल नहीं देना चाहते। अब वह रघुवर दास के खिलाफ थाने में की गई शिकायत वापस लेंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात करने के बाद मीडिया से रूबरू हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार किसी के प्रति दुर्भावना से काम नहीं करेगी। कहा, राज्य को दिशा देने के लिए सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष की भी अहम भूमिका होगी। सकारात्मक सोच के साथ ही सारा काम संभव है। वे इसी सोच के साथ राज्य को दिशा देना चाहते हैैं।
29 को दोपहर दो बजे शपथ लेंगे हेमंत
हेमंत सोरेन और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य 29 दिसंबर को दो बजे शपथ लेंगे। मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने गुरुवार को हेमंत सोरेन से मुलाकात कर शपथ ग्रहण के लिए विधिवत आमंत्रित किया।