Hemant Oath Ceremony: शपथ से पहले हेमंत का वादा, जल्द बदलेंगे स्थानीय और नियोजन नीति Exclusive Interview
Hemant Oath Ceremony झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर 29 दिसंबर रविवार को शपथ लेने से पहले हेमंत ने कहा-होर्डिंग बैनर में चेहरा चमकाने की बजाय धरातल पर काम करके दिखाएंगे।
खास बातें
- मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पूर्व बोले हेमंत सोरेन, भ्रष्टाचार के लिए झारखंड में नहीं होगी कोई जगह
- हेमंत ने कहा- देश भर में झारखंड की होगी अलग पहचान
- होर्डिंग और बैनर में चेहरा चमकाने की बजाय धरातल पर काम करके दिखाएंगे
- अब कोई भात-भात कहते हुए भूखा नहीं मरेगा झारखंड में
- स्थानीय नीति, नियोजन नीति को करेंगे फिर से परिभाषित, सभी गलतियों को करेंगे ठीक
झारखंड में सत्तासीन रही भाजपा को बेदखल कर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हेमंत सोरेन को यह पद आसानी से नहीं मिला है। उन्होंने राज्य की जरूरतों, समस्याओं और लोगों की उम्मीदों को करीब से समझा है। चुनाव के दौरान भी लगातार दो महीने राज्य का सघन दौरा किया है। चुनावी रणनीति बनाने से लेकर प्रत्याशियों के चयन तक की जिम्मेदारी उनके ही कंधे पर थी। वे अपने दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ-साथ कांग्रेस और राजद के भी स्टार प्रचारक थे। सधे हुए कदमों से बिना थके उन्होंने पूरे अभियान को नेतृत्व दिया और जब परिणाम सामने आया तो उस गठबंधन को बहुमत के जादुई आंकड़े से ज्यादा विधायक मिले, जिसकी कमान हेमंत सोरेन के हाथ में है। हेमंत सोरेन को राजनीति विरासत के तौर पर मिली, लेकिन खुद को साबित करने के लिए उन्हें लंबा संघर्ष करना पड़ा है। जिद और जुनून उनके स्वभाव का हिस्सा हैं और इसी जज्बे ने उन्हें सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाया है। झारखंड के लिए उनका एजेंडा स्पष्ट है, जिसे वे अपने कार्यकाल के दौरान मुकाम तक पहुंचाने को उत्सुक हैं। इस बाबत हेमंत सोरेन से दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रभारी प्रदीप सिंह ने विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश-
सवाल : आप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैैं। आपको इसकी बधाई और शुभकामनाएं। आपकी क्या प्राथमिकताएं होंगी?
हेमंत सोरेन का जवाब : राज्य के लिए जो आकांक्षाएं आमलोगों की है, वह हमारी भी हैं। इसके लिए लगातार परिणाम आने तक सतत काम करना होगा, गतिशील रहना होगा। जहां तक आपने प्राथमिकताओं की बात की तो यह बड़ा व्यापक है। इसके लिए बड़ी सोच भी रखनी होगी। विजन के साथ काम को आगे बढ़ाना मेरा लक्ष्य है। आप देखेंगे कि हम आमलोगों की अपेक्षा पर खरा उतरने में कामयाब होंगे। सभी लोगों तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और विजन का लाभ पहुंचेगा। जो तबका उपेक्षित रहा है, उनकी चिंता सरकार करेगी। भ्रष्टाचार के लिए झारखंड में कोई जगह नहीं होगी। हमलोगों का काम सबको दिखेगा। हम होर्डिंग और बैनर में चेहरा चमकाने की बजाय धरातल पर काम करके दिखाएंगे।
सवाल : आपको पूर्व में भी राज्य में सरकार चलाने का मौका है। तब आपका कार्यकाल काफी कम समय का था। इस बार जनादेश पांच वर्षों के लिए मिला है। कैसा लगता है?
हेमंत सोरेन का जवाब : हंसते हुए....आपने सही कहा, इस बार जनता ने ठोस जनादेश दिया है। अगला पांच साल इस राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। हम लोगों को विश्वास दिलाते हैैं कि हम देश में झारखंड की अलग पहचान कायम करेंगे। झारखंड तेजी से आगे बढ़ेगा। शपथ ग्रहण समारोह में देशभर से लोग आ रहे हैैं और वे भी इसका अहसास करेंगे कि झारखंड में परिवर्तन होना एक शुभ संकेत है।
सवाल : झारखंड में भाजपा की शिकस्त की अनुगूंज पूरे देश में सुनाई पड़ी। भविष्य में आप अपनी भूमिका राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भी पाते हैैं?
हेमंत सोरेन का जवाब : बेशक राजनीति का दायरा सीमित नहीं किया जा सकता। आज यह काफी व्यापक है। यह जहां तक जाएगा उसी के मुताबिक कार्य करेंगे। फिलहाल झारखंड पर ही पूरा ध्यान केंद्रित है।
सवाल : झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ढेर सारे चुनावी वादे किए हैैं। क्या सारे वादे धरातल पर उतरेंगे?
हेमंत सोरेन का जवाब : बिल्कुल...हमने जो भी वादा किया है, उसे हर हाल में निभाएंगे। इसके अलावा अन्य कार्य भी हम करेंगे जो पद पर बैठने के बाद मेरे ध्यान में लाए जाएंगे। हम अपने वादे निभाने के लिए पूरी तरह से कृतसंकल्प हैं। आपको भरोसा दिलाते हैैं कि अब कोई हमारे झारखंड में भूख से नहीं मरेगा, कोई बच्चा भात-भात चिल्लाते हुए नहीं मरेगा।
सवाल : आपने भाजपा सरकार के दौरान लागू की गई स्थानीयता नीति और नियोजन नीति का विरोध किया था। क्या इसे बदलने की दिशा में कार्रवाई करेंगे?
हेमंत सोरेन का जवाब : निश्चित तौर पर स्थानीयता नीति और नियोजन नीति में बदलाव करेंगे। इन नीतियों की त्रुटियों को खत्म करेंगे। सबके साथ मिलकर इसपर चर्चा करेंगे और राज्य के हित में फैसले लेंगे।