पढ़ें CM रघुवर दास का Exclusive Interview, विधानसभा चुनाव में झामुमो का होगा सफाया; जन आशीर्वाद रथ से
Jharkhand Assembly Election 2019 जन आशीर्वाद रथ में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को नेस्तनाबूद करना उनका मकसद है।
जोहार यात्रा से प्रदीप सिंह। Jharkhand Assembly Election 2019 मुख्यमंत्री रघुवर दास भरपूर आत्मविश्वास से लबरेज हैं और अपने सरकार की उपलब्धियां लोगों को बताने के लिए पूरे राज्य की यात्रा पर निकले हैं। इस अभियान को जोहार जन आशीर्वाद यात्रा का नाम नाम दिया गया है। सुबह से लेकर देर रात तक कभी हेलीकॉप्टर, कभी कार, कभी बस से तो कभी पैदल चलकर वह जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
शनिवार को उनका काफिला टाटा कॉलेज, चाईबासा से निकला और ओडिशा के समीप नोवामुंडी तक गया। रास्ते में रोड शो, जनसभाएं, नुक्कड़ सभाओं का सिलसिला। इसी दरम्यान उन्होंने तमाम मुद्दों पर दैनिक जागरण संग बातचीत की। दावा किया कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा के आसपास भी कोई नहीं है। विपक्षी दलों में आंतरिक कलह-क्लेश चरम पर है। चुनाव में ये धराशायी हो जाएंगे।
सीएम इसकी वजह इन दलों की अवसरवादिता को बताते हैंं। सवाल करते हैं- क्या किया इन लोगों ने। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिर्फ आदिवासियों का शोषण किया। एक दिन में छह-छह जमीन की रजिस्ट्री सोरेन परिवार ने की। करोड़ों की संपत्ति खड़ी की। सत्ता संभाली तो बालू तक मुंबई के लोगों को बेच डाला। आगे कहते हैं कि झामुमो को नेस्तनाबूद करना है। लोकसभा चुनाव में दुमका से शिबू सोरेन को हराया था। विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन समेत उनके परिवार के अन्य लोगों को हराएंगे।
गोला, रामगढ़ का रहनेवाला सोरेन परिवार सोरेन परिवार आखिर क्यों दुमका, बरहेट, जामा जाकर चुनाव लड़ता है। झामुमो चुनाव में दारू बांटता है। दारू पीकर आदिवासी बहनें विधवा हो रही हैं। इस दौरान विपक्षी दलों को नसीहत भी दी। कहा, जातिवाद और वंशवाद की राजनीति नहीं चलेगी। कांग्रेस इसी के कारण न तीन में रही न तेरह में।
परिवारवाद से देश निकल गया। अब झारखंड को भी बाहर निकालना है। दुमका से इसकी शुरूआत हो चुकी है। वे सवाल उठाते हैं- झामुमो अफवाह फैला रहा है कि भाजपा आदिवासियों का जमीन छीन लेगी। आप ही बताइए, किसी आदिवासी की एक इंच जमीन ली हमने।
रघुवर कहते हैं- मेरा लक्ष्य गरीबी मिटाना है। राज्य में गरीबी रेखा से नीचे रहनेवालों की संख्या कम हो रही है। सखी मंडलों से महिलाएं सशक्त हो रही हैं। हमने पलायन रोका है। योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रसार करना है। यात्रा के दौरान सीएम भाजपा की रणनीतियों से लेकर कई मुद्दों पर बेबाक विचार रखते हैं। प्रस्तुत हैं उनसे बातचीत के अंश -
सवाल-आप पूरे प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं। इसका उद्देश्य क्या है?
जवाब-मैं हिसाब देने निकला हूं झारखंड के लोगों को। साढे चार साल पहले उन्होंने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। हमने इस दौरान अभूतपूर्व काम किए। आज झारखंड विकसित राज्यों के समकक्ष खड़ा हो रहा है। बिजली नहीं थी हजारों गांवों में, हमने घर-घर बिजली पहुंचाई। सड़कों का पूरे प्रदेश में जाल बिछाया। गांवों में पाइप से शुद्ध पानी पहुंचाया। चाईबासा में लोग खदानों की वजह से लाल पानी पीने को मजबूर थे। उन्हें अब शुद्ध पेयजल मिल रहा है। लोगों का जीवनस्तर उठा है। अब इस चुनाव में फिर से आशीर्वाद मांगने आया हूं।
सवाल- आप लगातार राज्य का भ्रमण कर रहे हैं। कैसा मूड दिख रहा है आपको?
जवाब-(हंसते हुए) मुझसे ज्यादा आपलोग जानते हैं। आप ही बताएं। लोगों के मन में भारी उत्साह है जो संताल परगना से लेकर कोल्हान तक दिख रहा है। जिन आदिवासियों को सालों से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपना वोट बैंक समझा, वे अब यह समझ चुके कि सच्चाई क्या है। अब बताइए कि गोला, रामगढ़ के रहने शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन चुनाव लड़ते हैं दुमका, बरहेट से। गुरुजी तो हार ही गए, इस बार हेमंत सोरेन को भी हराएंगे।
सवाल- लेकिन विपक्ष तो गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लडऩे की तैयारी में है। इससे आप कैसे निपटेंगे?
जवाब- देखिए ये सत्ता के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव में इनका सफाया हो गया। ये आपस में सीटों के लिए लड़ रहे हैं। इनका गठबंधन लूटबंधन है। कांग्रेस ने निर्दलीय मधु कोड़ा को आगे कर सरकार बना दी। खुद मधु खाते रहे और मधु कोड़ा को जेल जाना पड़ा। इन्हें जनता पहचान गई है। चुनाव में इनका सफाया हो जाएगा। कांग्रेस का तो खाता तक नहीं खुलेगा।
सवाल- जिन मुद्दों को लेकर आप लोगों के बीच जा रहे हैं उनकी कितनी स्वीकार्यता है?
जवाब- हमारा मुद्दा है विकास। सबका साथ, सबका विकास। विकास की राजनीति चलेगी सिर्फ देश में। मैं विपक्षी दलों को भी कहना चाहता हूं कि वे विकास की राजनीति करें। जातिवाद, वंशवाद को देश ने नकार दिया है। जनता उसी का साथ देगी, जो विकास कर दिखाएगा।
सवाल- आप अपने भाषणों में अक्सर डबल इंजन के सरकार की बात करते हैं। ये कैसे कारगर है?
जवाब- डबल इंजन का आशय राज्य व केंद्र में एक ही दल की सरकार से है। इससे भी विकास को गति मिली है। पिछले पांच साल में इसी वजह से झारखंड की उन्नति हुई है। इससे विकास योजनाओं को गति मिलती है। लोग भी इसे बखूबी समझते हैं। हम अपने मिशन में सफल हुए हैं। विकास योजनाएं शहरों से लेकर सुदूर देहात तक पहुंच रही है।
सवाल- कुछ क्षेत्रों में राजनीतिक चुनौतियां ज्यादा है। उनसे निपटने की क्या योजना है?
जवाब- हम वैसे इलाकों पर खुद को केंद्रित कर रहे हैं। चाईबासा में पिछले विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिली। लेकिन 2019 में आपको बदलाव दिखेगा। लोगों में भाजपा के प्रति आकर्षण बढ़ा है। मैं भी यही कहता हूं कि आपका आशीर्वाद लेने निकला हूं। मेरी बात की सत्यता को परखें। अगर लगता है कि मैने काम किया है तो हर सीट पर कमल खिलाएं। मेरा रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने है।