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Jharkhand Assembly Election 2019: खिजरी में भाजपा को जीत दोहराने की चुनौती, कांग्रेस के सामने खुला मैदान

Jharkhand Assembly Election 2019. खिजरी में भाजपा केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों के दम पर मांग रही वोट तो विरोधी समस्याएं गिना रहे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 10:01 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 10:01 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: खिजरी में भाजपा को जीत दोहराने की चुनौती, कांग्रेस के सामने खुला मैदान
Jharkhand Assembly Election 2019: खिजरी में भाजपा को जीत दोहराने की चुनौती, कांग्रेस के सामने खुला मैदान

नामकुम, [राजेश वर्मा]। Jharkhand Assembly Election 2019 - खिजरी विधानसभा सीट अब तक कांग्रेस और भाजपा की पारंपरिक सीट के रूप में जानी जाती रही है। नामकुम, अनगड़ा और रातू प्रखंड के इलाकों के अलावा एचईसी धुर्वा का भी एक बड़ा इलाका इस क्षेत्र में आता है। इस बार चुनाव में यहां 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। हालांकि सीधी टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही दिख रही है।

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2014 में कांग्रेस प्रत्याशी सुंदरी तिर्की को 64912 वोट के भारी अंतर से हराकर विधायक बने रामकुमार पाहन के लिए जहां अपनी सीट बचा पाने की चुनौती है, वहीं कांग्रेस ने इस बार वर्तमान जिप सदस्य राजेश कच्छप को उम्मीदवार बनाकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। 2014 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे झामुमो प्रत्याशी अंतु तिर्की इस बार झाविमो से चुनाव लड़ रहे हैं तो आजसू पार्टी ने रामधन बेदिया को मैदान में उतारा है।

भाजपा केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को उपलब्धि बताकर मतदाताओं से वोट की अपील कर रही है तो कांग्रेस, झाविमो, आजसू व अन्य पार्टियां भाजपा की आदिवासी विरोधी स्थानीय नीति, भूमि अधिग्रहण, बेरोजगारी जैसे मुद्दे को लेकर मतदाताओं को अपनी ओर करने में जुटी है। कांग्रेस के पूर्व विधायक सावना लकड़ा के निधन के बाद उनकी पत्नी सीता लकड़ा राजेश कच्छप के चुनाव प्रचार में दिन रात लगी हैं।

दुति पाहन के अलावा लगातार विधायक नहीं बना कोई

1967 से अस्तित्व में आए खिजरी विधानसभा में अब तक कांग्रेस और भाजपा का ही दबदबा रहा है। खिजरी विस से कांग्रेस के छह तो भाजपा से चार विधायक अब तक विधानसभा पहुंचे हैं। यहां से दिग्गज भाजपा नेता कडिय़ा मुंडा भी विधायक रह चुके हैं। वहीं लगातार 1995 और 2000 में भाजपा के दुति पाहन यहां से लगातार दो बार विधायक रहे। दुति पाहन के अलावा से अबतक कोई लगातार दो बार विधायक नहीं बन सका है।

विधानसभा की तीन बड़ी समस्या

रोजगार

खिजरी विधानसभा क्षेत्र से ग्रामीण रोजगार की तलाश में रोज रांची जाते हैं। क्षेत्र से पलायन भी जारी है।

सिंचाई

विस क्षेत्र में सिंचाई सुविधा की कमी है। ग्रामीण सिर्फ  बरसात में ही धान की खेती कर पाते हैं।

स्वास्थ्य सेवा

क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नहीं होने से लोग परेशान हैं। रामपुर में बना स्वास्थ्य केंद्र सालों से उद्घाटन का इंतजार कर रहा है।

'आजादी के बाद से जिन गांवों में मूलभूत सुविधाएं नहीं थीं, वहां सुविधा पहुंचाने का काम किया। खिजरी सहित पूरे राज्य में 65 सीट जीतकर दोबारा भाजपा की सरकार बनेगी।' -रामकुमार पाहन, भाजपा प्रत्याशी।

'पांच साल में भाजपा की एक भी उपलब्धि नहीं रही है। रिंग रोड, एनएच-33  और पुरूलिया रोड का हाल सबके सामने है। जनता का आशीर्वाद और प्यार मेरे साथ है।' -राजेश कच्छप  कांग्रेस प्रत्याशी।

'सभी वर्ग के लोगों का रुझान और प्यार मुझे मिल रहा है। भाजपा शासन के पांच सालों में बेरोजगारी बढ़ी है। जनता के साथ जुड़कर क्षेत्र का विकास करूंगा।' -अंतु तिर्की झाविमो प्रत्याशी।

कुल मतदाता - 3,26,838

पुरुष मतदाता- 1,69,259

महिला मतदाता- 1,57,578

2014 का परिणाम

1. रामकुमार पाहन (भाजपा) 94581  (52 फीसद)

2. सुंदरी तिर्की (झामुमो)  29669  (16 फीसद)।


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