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Jharkhand Assembly Election 2019: छिटपुट हिंसा के बीच दूसरे चरण में 64.84 फीसद मतदान

Jharkhand Assembly Election 2019 जमशेदपुर पूर्वी व जमशेदपुर पश्चिमी में सबसे कम मतदान हुआ। जबकि बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 74.44 फीसद वोट पड़े।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 08:04 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 11:39 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: छिटपुट हिंसा के बीच दूसरे चरण में 64.84 फीसद मतदान
Jharkhand Assembly Election 2019: छिटपुट हिंसा के बीच दूसरे चरण में 64.84 फीसद मतदान

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 के द्वितीय चरण की 20 विधानसभा सीटों पर शनिवार को हुए मतदान के दौरान नक्सलियों ने अपनी धमक दिखाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। छिटपुट हिंसा के बीच दूसरे चरण में 64.84 फीसद मतदान हुआ। बहरागोड़ा सीट पर जहां सर्वाधिक 74.44 फीसद मतदान हुआ, वहीं जमशेदपुर पूर्वी व जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर सबसे कम वोट पड़े हैं। 

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चुनाव के दौरान कहां-क्या हुई वारदात

  1. गुमला जिले के सिसई विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 36 पर पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प के बीच पुलिस की फायरिंग में एक ग्र्रामीण की मौत हो गई। वहीं ग्र्रामीणों के पथराव में थाना प्रभारी समेत पुलिस के कई जवान घायल हो गए। ग्र्रामीणों के पथराव में प्रखंड विकास पदाधिकारी के चालक सीताराम सिंह व पत्रकार सीताराम साहू को भी चोट लगी। कुछ ग्रामीण भी जख्मी भी हैं।
  2. चाईबासा के बड़केला स्थित जोजहातु में चुनाव कार्य में लगी बस को नक्सलियों ने फूंक दिया। वहीं, चाईबासा के ही गोइलकेरा में मतदाताओं को लाने के लिए गई बस को नक्सलियों ने बंधक बना लिया।
  3. खूंटी के अड़की में मतदान के बाद लौट रहे मतदानकर्मियों का नक्सलियों ने रास्ता रोक लिया। इस दौरान नक्सली व सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई है। इसमें किसी के हताहत की सूचना नहीं। सभी सुरक्षित हैं।
  4. पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा क्षेत्र के गम्हरिया के चार बूथों और सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई प्रखंड के पांच बूथों पर भी मतदान को नक्सलियों ने प्रभावित किया।

न नक्सली न पत्थलगड़ी, लगी वोट की झड़ी, 64.84 फीसद वोट

झारखंड में लोकतंत्र का दूसरा जश्न भी छिटपुट घटनाओं को छोड़कर लगभग शांतिपूर्ण ढंग से मना। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 20 सीटों पर शनिवार को हुए मतदान में मतदाताओं ने अपने अधिकारों का प्रयोग भयमुक्त होकर किया। नक्सलियों के मंसूबे ध्वस्त हुए और पत्थलगड़ी की सुगुबुगाहट भी लोकतंत्र की अवधारणा को डिगा नहीं पाई। सिसई में पुलिस और ग्रामीणों की झड़प व फायरिंग, खूूंटी के अड़की में पुलिस नक्सलियों की भिड़ंत और चाईबासा में नक्सलियों द्वारा बस फूंककर दहशत फैलाने की कोशिश जैसी घटनाओं ने सनसनी फैलाई, लेकिन वोटरों के उत्साह को डिगा नहीं सके। 

शनिवार को सुबह सात बजे शुरू हुई वोटिंग लगभग  64.84 फीसद औसत मतदान के साथ समाप्त हुई। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान फीसद में गिरावट दर्ज की गई है। घाटशिला, तोरपा, खूंटी मांडर और सिसई छोड़ सभी जगह मतदान का प्रतिशत घटा है। इन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान फीसद बढ़ा है। ओवरऑल मतदान फीसद में 4.57 फीसद की कमी आई। पीठासीन पदाधिकारियों से अंतिम रिपोर्ट मिलने के बाद वोट प्रतिशत में और वृद्धि हो सकती है।

मतदान में एक बड़ी घटना सिसई विधानसभा क्षेत्र में हुई जहां के बघनी गांव स्थित बूथ संख्या 36 पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हुई। इस बीच कुछ असमाजिक तत्वों ने पुलिस पर हमला कर दिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे के अनुसार आत्मरक्षा में पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए।

वहीं, चाईबासा के जोजोहातू में नक्सलियों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से एक खाली बस में आग लगा दी। यह बस मतदान केंद्र बदले जाने पर मतदाताओं को लाने जा रही थी। घटना में ड्राइवर और खलासी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं, खूंटी के अड़की में नक्सलियों ने घात लगाकर पुलिस तथा चुनाव संपन्न कराकर लौट रहे चुनाव कर्मियों पर हमला किया। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया, जिसके बाद नक्सली भाग खड़े हुए। सभी चुनाव कर्मी ईवीएम सहित सुरक्षित निर्धारित स्थान पर पहुंच गए हैं।

हारे शहरी, जीत गया गांव

चुनाव में हार-जीत का फैसला भले ही बाद में आएगा, लेकिन लोकतंत्र में अपने अधिकारों के उपयोग में शहरी वोटर हार गए। दूसरी तरफ, गांव के मतदाताओं ने एक बार फिर लोकतंत्र का झंडा थामे रखा। शत प्रतिशत शहरी क्षेत्र वाले जमशेदपुर पश्चिम में सबसे कम मतदान हुआ। यही हाल जमशेदपुर पूर्वी का भी रहा जो भी शत-प्रतिशत शहरी क्षेत्र है। दूसरी तरफ, जिन विस क्षेत्रों में मतदान फीसद बढ़ा उनमें अधिसंख्य शत-प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों वाली विधानसभा सीट है।

सिसई के बूथ पर होगी री-पोलिंग

सिसई के जिस बूथ संख्या 36 पर पुलिस फायरिंग के बाद मतदान रद कर दिया गया था, वहां री-पोलिंग होगी। जिला निर्वाची पदाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर इसकी अनुशंसा चुनाव आयोग को भेज दी गई है। यहां नौ दिसंबर को पुनर्मतदान हो सकता है।

सीएम, स्पीकर, मंत्रियों सहित 260 की किस्मत ईवीएम में कैद

20 सीटों पर मतदान संपन्न होने के साथ ही 260 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। इनमें मुख्यमंत्री रघुवर दास, स्पीकर दिनेश उरांव, भाजपा से बागी होकर निर्दल चुनाव लडऩेवाले सरयू राय, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, रामचंद्र सहिस आदि शामिल हैं।

सबसे अधिक मतदान : बहरागोड़ा : 74.44

सबसे कम मतदान:  जमशेदपुर पश्चिम : 47.42

मतदान लगभग शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है। जहां तक मतदान फीसद घटने की बात है तो इसका कारण अभी समझ में नहीं आ रहा है। चुनाव आयोग ने मतदान फीसद बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास किया। अब उन मतदाताओं को भी सोचना चाहिए जिन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। उम्मीद है कि अगले चरणों में अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। विनय कुमार चौबे, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड।


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