Lok Sabha Election 2024: विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने बुलाई दिल्ली में बैठक, शामिल होंगे हिमाचल के ये 33 नेता
कांग्रेस हाईकमान लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल की रणनीति दिल्ली में तैयार करेगा। इसके लिए पार्टी ने बुधवार को स्ट्रेटजी कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें हिमाचल कांग्रेस के 33 नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री मंत्रियों सहित वरिष्ठ विधायकों को बुलाया गया है। इनके अलावा पूर्व अध्यक्षों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी दिल्ली बुलाया है।
जागरण संवाददाता, शिमला। कांग्रेस हाईकमान लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल की रणनीति दिल्ली में तैयार करेगा। इसके लिए पार्टी ने बुधवार को स्ट्रेटजी (रणनीति) कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें हिमाचल कांग्रेस के 33 नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों सहित वरिष्ठ विधायकों को बुलाया गया है।
इनके अलावा पूर्व अध्यक्षों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी दिल्ली बुलाया है। बुधवार को दोपहर 12 बजे बैठक होनी है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से सरकार-संगठन की बुलाई गई बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंगलवार दोपहर बाद दिल्ली रवाना होंगे।
लोकसभा चुनाव के लिए स्ट्रेटजी कमेटी की बैठक में होगी चर्चा
कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री अनाडेल से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे और रात्रि विश्राम हिमाचल सदन में होगा। इन्हें बुलाया बैठक में बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष विप्लव ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर, कुलदीप कुमार, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, मंत्री चंद्र कुमार, धनीराम शांडिल, हर्षवर्धन चौहान, जगत सिंह नेगी।
रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह, राजेश धर्माणी, यादविंद्र गोमा, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, आशीष बुटेल, रामकुमार, संजय अवस्थी, सुंदर ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, विधायक सुधीर शर्मा, आरएस बाली, राजेंद्र राणा, विनय कुमार, रवि ठाकुर, पूर्व पीसीसी चीफ कौल सिंह ठाकुर, आशा कुमारी, रामलाल ठाकुर, रजनीश किमटा और अमित पाल सिंह बुलाए गए हैं।
एक मंत्री पद खाली, दो मंत्रियों को नहीं मिले विभाग प्रदेश सरकार में मंत्री का एक पद खाली है। नए बने मंत्रियों राजेश धर्माणी व यादविंद्र गोमा को अब तक विभागों का आवंटन नहीं हुआ है। बैठक में मंत्री पद भरने के साथ ही विभाग आवंटन पर चर्चा हो सकती है। मुख्य सचेतक, सचेतक सहित बोर्ड-निगमों में पद भरने पर भी निर्णय हो सकता, ताकि लोकसभा चुनाव में इसका लाभ मिले सके।