चुनाव आयोग की सख्ती के बाद इको फ्रेंडली चुनाव प्रचार का दिख रहा जोर
Haryana Assembly Election 2019 चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री के इस्तेमाल का आह्वान किया जा रहा है।
गुरुग्राम (यशलोक सिंह)। Eco Friendly Election: चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री के इस्तेमाल करने को कहा है। इसे देखते हुए कपड़े से बनी चुनाव प्रचार सामग्री को तैयार कराने का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है। इससे कपड़ा कारोबारी भी खुश हैं। भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल जैसे राजनीतिक दलों द्वारा अब इको फ्रेंडली चुनाव प्रचार सामग्री पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
चुनाव आयोग की सख्ती का है नतीजा
यह बदलाव सिर्फ चुनाव आयोग की सख्ती का ही नतीजा नहीं, बल्कि असल वजह मतदाताओं में पर्यावरण संरक्षण के प्रति आई जागरूकता है। डीएलएफ जैसे पॉश एरिया एवं सेक्टरों में रहने वाले मतदाताओं द्वारा प्रत्याशियों व पार्टियों की चुनाव सामग्री पर नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक दलों से हुई थी अपील
पर्यावरण के अनुकूल चुनाव प्रचार सामग्री के इस्तेमाल को लेकर कुछ दिनों पहले जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अमित खत्री ने भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील की थी। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव प्रचार में इको फ्रेंडली तरीके अपनाना अब समय की मांग है।
इको फ्रेंडली होर्डिंग
राजनीतिक दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा कपड़े के बैनर, कपड़े के झंडे, इको फ्रेंडली फ्लैक्स, इको फ्रेंडली होर्डिंग, लकड़ी और कपड़े के कटआउट, टीशर्ट व कैप तैयार कराए जा रही हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी का यह प्रयास रहेगा कि इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री पर्यावरण के अनुकूल हो।
हर प्रत्याशी से लिया गया है शपथ पत्र
पार्टी संगठन द्वारा हर प्रत्याशी से इस विषय में शपथ पत्र लिया गया है। शक्ति कार्यक्रम, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी राहुल राव ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान पर्यावरण के अनुकूल सामग्री के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्लास्टिक की सामग्री से हो रहा परहेज
जजपा के वरिष्ठ नेता पंडित योगश हिलालपुरिया ने कहा कि उनकी पार्टी के सभी प्रत्याशी चुनाव आयोग के निर्देश का पालन कर रहे हैं। प्रचार के दौरान इको फ्रेंडली सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्लास्टिक की सामग्री से जहां तक हो सकता है परहेज किया जा रहा है।
कपड़े की सामग्री पर दिया जा रहा जोर
कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि जबसे इको फ्रेंडली चुनाव प्रचार सामग्री को लेकर राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों पर दबाव बढ़ा है तब से वह कपड़ों से बनी चुनाव प्रचार सामग्री के इस्तेमाल के प्रति रुझान दिखा रहे हैं। इसी वजह से कपड़ों पर प्रिंटिंग करने वालों द्वारा कपड़ों की खरीद बड़े पैमाने पर की जा रही है।
कागजों के पोस्टर से हो रहा प्रचार
वहीं कागजों के पोस्टर, पर्चे या चुनाव चिन्ह वाले बिल्ले भी प्रिटिंग में खूब छापे जा रहे हैं। डीएलएफ फेज तीन निवासी अनुपम बाजवा का कहना है कि चुनाव के दौरान प्रचार बड़े साफ-सुथरे अंदाज में होना चाहिए। जो भी प्रत्याशी प्रचार के लिए आएगा, वह किस प्रकार की प्रचार सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है, उस पर ध्यान रखा जाएगा। यदि वह प्लास्टिक और पॉलीथिन वाली सामग्री का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्हें इसे रोकने को कहा जाएगा।