दक्षिण हरियाणा में 3 सीटें हार कर भी BJP कैसे रही फायदे में, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
Haryana Assembly Election Results 2019 भाजपा ने पार्टी के लिए बंजर बने मेवात क्षेत्र से हथीन सीट को अपने कब्जे में लेकर मेवात में चल रहे सूखे को कम करने का प्रयास किया है।
गुरुग्राम (सत्येंद्र सिंह]। दक्षिण हरियाणा में तीन सीट गंवाने के बाद भी भाजपा ने बादशाहत कायम रखी है। बादशाहपुर, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ सीट गंवाने के बाद भी फरीदाबाद में कांग्रेस से दो और इनेलो से तीन सीट झटककर भाजपा ने अपनी झोली में डाल लिया। यही नहीं भाजपा ने पार्टी के लिए बंजर बने मेवात क्षेत्र से हथीन सीट को अपने कब्जे में लेकर मेवात में चल रहे सूखे को कम करने का प्रयास किया है। मेवात की अन्य सीटों पर भाजपा को जीत तो नहीं, मिली मगर मत प्रतिशत में कई गुना इजाफा हुआ है।
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने रेवाड़ी जिले की तीन सीटों पर कब्जा किया था। इस चुनाव में पार्टी को रेवाड़ी सीट का नुकसान हुआ। यहां से भाजपा उम्मीदवार की हार हुई और कांग्रेस के चिरंजीव राव को जीत मिली। वहीं बावल व कोसली की सीट पार्टी के खाते में गई। महेंद्रगढ़ सीट से भाजपा के दिग्गज नेता रामबिलास शर्मा कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए।
वहीं नांगल चौधरी नारनौल व अटेली भाजपा के हाथों में ही रही। गुरुग्राम जिला में चेहरे बदलने के बाद भी पटौदी, गुडग़ांव तथा सोहना सीट भाजपा के पास ही रही। इन जिलों में हुए नुकसान की भरपाई फरीदाबाद ने कर दी। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के नौ विधानसभा सीट से सात पर भाजपा ने कब्जा किया है जबकि 2014 के चुनाव में पार्टी के सिर्फ तीन ही प्रत्याशी जीत पाए थे। चेहरे बदलने का प्रयोग यहां सफल रहा। भाजपा ने दो सीट कांग्रेस तथा तीन इनेलो से छीन अपने पाले में कर ली।
फरीदाबाद सीट से विपुल गोयल का टिकट काट नरेंद्र गुप्ता को हराया गया जो सीट बचाने में सफल रहे। बडख़ल से सीमा त्रिखा दूसरी बार कमल खिलाने में सफल रही। बल्लभगढ़ से मूलचंद्र शर्मा भाजपा से दूसरी जीतने से सफल रहे। होडल सीट भाजपा कभी नहीं जीत पाई लेकिन जगदीश नायर ने जीत दर्ज कर इस सीट को पार्टी के खाते में डाल दिया।
पलवल सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार व पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल को मुंह की खानी पड़ी। भाजपा के दीपक मंगला ने उन्हें मात देकर इसी सीट को कांग्रेस छीन ली। मेवात क्षेत्र पार्टी के लिए पड़े सूखे को कम करते हुए इस सीट को अपनी झोली में डाल लिया। मेव बहुल इस सीट पर भाजपा के प्रवीन डागर ने जीत दर्ज की। पिछले चुनाव में यह सीट इनेलो के पक्ष में गई थी।
मेवात की नूंह सीट पर भाजपा उम्मीदवार जाकिर हुसैन कांग्रेस के आफताब अहमद से कड़े मुकाबले में हार गए। अन्य सीटों पर भाजपा दूसरे और तीसरे नंबर पर रही। गुरुग्राम की चार में से तीन सीट भाजपा को मिली। पिछली बार यहां से चारों सीट भाजपा के कब्जे में गई थी।
बादशाहपुर सीट से राव नरबीर सिंह का टिकट काटना पार्टी के लिए फायदे का सौदा नहीं रहा। पिछले चुनाव में इनेलो उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े राकेश दौलताबाद को नरबीर सिंह ने हराया था। राकेश इस बार निर्दलीय मैदान में उतरे और भाजपा उम्मीदवार मनीष यादव को छकाते हुए सीट पर कब्जा कर पंद्रह साल से चल रहे अपने राजनीतिक सूखे को खतम कर दिया। किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं होने से उनकी भूमिका भी नई सरकार में महत्चपूर्ण हो सकती है।
यहां पढ़िए- आखिर कैसे बागियों-निर्दलीयों ने हरियाणा में BJP को कर दिया बहुमत से दूर?
Haryana Election Result 2019: हरियाणा में केजरीवाल के योद्धा पस्त, सभी 46 उम्मीदवारों का बुरा हाल