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Haryana Assembly Election: जानिए, क्‍यों कटा मंत्री विपुल गोयल का टिकट, 3 नेताओं की प्रतिष्‍ठा दांव पर

Faridabad Assembly विपुल का टिकट काटने से इस बार फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली में सत्ता के गलियारों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 12:43 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 12:57 PM (IST)
Haryana Assembly Election: जानिए, क्‍यों कटा मंत्री विपुल गोयल का टिकट, 3 नेताओं की प्रतिष्‍ठा दांव पर
Haryana Assembly Election: जानिए, क्‍यों कटा मंत्री विपुल गोयल का टिकट, 3 नेताओं की प्रतिष्‍ठा दांव पर

फरीदाबाद (बिजेंद्र बंसल)। Haryana Assembly Election: फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र (Faridabad Assembly) से भाजपा ने इस बार मनोहर सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल (vipul goyal)  का टिकट काट कर उद्यमी एवं पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। विपुल का टिकट काटने से इस बार फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली में सत्ता के गलियारों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।

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इस कारण कटा टिकट 

इस सीट पर सूबे के सभी बड़े नेताओं से लेकर केंद्र के नेताओं की भी नजर लगी हुई है। इसका कारण है कि विपुल गोयल और केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बीच राजनीतिक तौर पर 36 का आंकड़ा रहता है। टिकट बंटवारे के दौरान गुर्जर ने ही केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पूर्व प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में विपुल गोयल के टिकट का विरोध किया था।

पंजाबी मतदाताओं की संख्‍या है ज्‍यादा

यह सीट इसलिए भी चर्चा में है कि कांग्रेस ने यहां एक बार विधायक रह चुके आनंद कौशिक का टिकट बदलकर भाजपा की तर्ज पर वैश्य बिरादरी के ही लखन सिंगला को टिकट थमा दिया है। दोनों प्रमुख दलों से इस सीट पर वैश्य बिरादरी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। हालांकि इस सीट पर पंजाबी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है।

लखन सिंगला को मिले थे 15 हजार मत

लखन सिंगला ने 2014 का चुनाव बल्लभगढ़ से लड़ा था और वहां 15 हजार मत लिए थे। 2014 में विपुल गोयल के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार आनंद कौशिक थे, जिन्हें इस बार कांग्रेस ने बल्लभगढ़ से टिकट दिया है।

इस बार यह है चुनावी समीकरण

विपुल ने फरीदाबाद सीट पर आनंद कौशिक को 44,781 मतों से हराया था। इस सीट से यूं तो 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं मगर यहां सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। तीसरे उम्मीदवार के रूप में यहां सिर्फ बसपा के महेश चंद जैन की उपस्थिति है। इनेलो के उम्मीदवार ने अपना नामांकन पत्र रद होने के बाद भाजपा के नरेंद्र गुप्ता को समर्थन दे दिया है जबकि जजपा के कुलदीप तेवतिया अपनी उपस्थिति बनाए हुए हैं।

विपुल से ज्यादा मतों से जिताने का हो रहा है प्रयास

चूंकि विपुल गोयल का टिकट काटने के पीछे भाजपा के कई बड़े नेताओं की सहमति रही थी। इसलिए अब ये बड़े नेता चाहते हैं कि भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र गुप्ता की जीत विपुल गोयल से भी ज्यादा मतों से हो। इसके लिए खुद केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र में नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी नरेंद्र गुप्ता के पक्ष में बड़ी जनसभा की है। यह सीट नए परिसीमन के बाद 2009 में अस्तित्व में आई। तब इससे पहली बार कांग्रेस के आनंद कौशिक चुनाव जीते थे। इसके बाद 2014 में इस सीट पर भाजपा का कब्जा हो गया है। पूरी तरह से शहरी सीट पर पंजाबी, वैश्य और अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है।

विपुल गोयल भी नरेंद्र गुप्ता का कर रहे हैं प्रचार

कांग्रेस प्रत्याशी लखन सिंगला से उद्योग मंत्री विपुल गोयल का पिछले पांच साल 36 का आंकड़ा रहा है। इसलिए अब विपुल गोयल अपना टिकट कटने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र गुप्ता के साथ ही लग रहे हैं। विपुल गोयल ने मुख्यमंत्री की जनसभा से नरेंद्र गुप्ता के पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान का श्रीगणेश किया और उनकी पूरी टीम भी गुप्ता के साथ लगी है।

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