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loksabha election 2019: चंदे के पैसों से चुनाव लड़ते हैं लखपति-करोड़पति प्रत्‍याशी

2014 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों को दान में लाखों रुपये मिले थे। हिसार में संपत सिंह को 601 लोगों ने दान दिया था और कुलदीप बिश्‍नोई को एक रुपया भी नहीं मिला था।

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 02:18 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 05:04 PM (IST)
loksabha election 2019: चंदे के पैसों से चुनाव लड़ते हैं लखपति-करोड़पति प्रत्‍याशी
loksabha election 2019: चंदे के पैसों से चुनाव लड़ते हैं लखपति-करोड़पति प्रत्‍याशी

हिसार [अमित धवन] बेशक लोकसभा चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी लखपति और करोड़पति हों लेकिन चुनाव चंदे से मिली रकम से ही लड़ते हैं। उनके चुनाव खर्च का बड़ा हिस्सा शुभचिंतकों से प्राप्त चंदा होता है। देशभर में यही ट्रेंड चलन में रहता है। आम आदमी पार्टी और वामपंथियां पार्टियां तो चुनाव के दौरान वोट के साथ नोट के लिए जनता के सामने दामन फैलाती ही रहीं हैं लेकिन महंगे होते चुनाव और बदले परिदृश्य में सभी सियासी पार्टियां जनता से चुनावी चंदा ले रही हैं और उसकी जानकारी भी चुनाव आयोग को दिए शपथपत्र में दे रही हैं।

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ये दीगर है कि कई दफा जनता से अधिक नोट वसूलने में सक्षम रहने वाले नेता वोट जुटाने में पीछे रह जाते हैं तो कम चंदा वसूलने वाले नेताओं पर भी जनता का वोट रूपी आशीर्वाद खूब बरसता है।

वर्ष 2014 के चुनाव की बात करें तो प्रदेश की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के पास करोड़ों रुपये आए और खर्च हुए। इनमें काफी प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हें जनता ने दान तो दिल खोलकर दिए मगर वोट के दौरान उनका साथ नहीं दिया।

करनाल-सोनीपत में आया 40 लाख तक चंदा

2014 के चुनाव में करनाल और सोनीपत लोकसभा सीट के कई प्रत्याशियों को 40 लाख रुपये से ज्यादा चंदा मिला था। करनाल सीट पर दूसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी अरविंद कुमार शर्मा बेशक चुनाव हार गए, लेकिन चंदे व लोन के रूप में उनके पास 48 लाख 56 हजार रुपये तक आए थे। इसी प्रकार सोनीपत सीट पर दूसरे नंबर पर रहे जगबीर सिंह पूनिया को भी चंदे व लोन के रूप में 40 लाख 85 हजार रुपये मिले थे।


 

जनता ने सबसे अधिक दिया चंदा पर मतदान में रहे तीसरे नंबर पर

2014 के लोकसभा चुनाव में कई सीट ऐसी रहीं जहां प्रत्याशियों को लाखों रुपये चंदे में मिले, मगर उनको वोट बहुत कम मिले। इसमें हिसार की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रो. संपत सिंह, भिवानी-महेंद्रगढ़ से प्रत्याशी वेदपाल तंवर, सिरसा से हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) के सुशील इंदौरा शामिल हैं। प्रो. संपत सिंह को पिछले चुनाव में लोगों ने दान में 39 लाख 85 हजार 100 रुपये दिए थे। लेकिन वोट 102509 लाख ही मिल सके। हिसार चुनाव लड़ रहेे दुष्यंत को बेशक 36 हजार रुपये ही चंदे में मिले लेकिन वोट के रूप में लोगों ने भरपूर प्यार बरसाया और वे 494478 मत हासिल कर विजयी होने में कामयाब रहे।

इसी प्रकार सिरसा से हजकां प्रत्याशी सुशील इंदौरा को 20 लाख 40 हजार 200 रुपये चंदा आया। उनको दो लाख 41 हजार 067 वोट मिले थे। वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से बीएसपी के प्रत्याशी रहे वेदपाल तंवर को 24 लाख 11 हजार 500 रुपये चंदा मिला था। उनको 27 हजार 834 वोट मिले थे।


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