Lok Sabha Election Result 2019: इस सीट पर देर रात तक फंसा रहा पेंच, अब जश्न का दौर हुआ शुरू
इस हॉट सीट का नतीजा अल सवेरे करीब पौने चार बजे बाद ही घोषित हो पाया। हालांकि भाजपा प्रत्याशी 7503 वोट से बढ़त बनाए हुए थे मगर कांग्रेस की आपत्ति के बाद परिणाम रोक दिया गया।
जेएनएन, रोहतक। रोहतक लोकसभा क्षेत्र में तड़के भाजपा प्रत्याशी अरविंद शर्मा की जीत के साथ ही पार्टी ने प्रदेश में क्लीन स्विप कर दिया। इस जीत के साथ ही प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ता जश्न में डूब गए। रोहतक सीट को लेकर देर रात तक पेंच फंसा रहा। हॉट सीट रोहतक का नतीजा अल सवेरे करीब पौने चार बजे बाद घोषित हो पाया। भाजपा प्रत्याशी 7503 वोट से बढ़त बनाए हुए थे, मगर कांग्रेस की आपत्ति के बाद परिणाम रोक दिया गया था।
इससे पूर्व रात करीब दो बजे भाजपा प्रत्याशी अरविंद शर्मा ने मतगणना केंद्र से बाहर आकर विजयी चिह्न बनाया था। इसके कुछ मिनट बाद जब रिटर्निंग आफिसर ने बाहर आकर कहा कि किसी को कोई आपत्ति है तो बताए वरना परिणाम घोषित किया जा रहा है। इस पर कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा के एजेंट चंद्रसेन दहिया ने तीन आपत्तियां दर्ज कराईं।
उनका कहना था कि झज्जर, रोहतक और बहादुरगढ़ विधानसभा हलकों की पुनर्मतगणना कराई जाए। वजह, झज्जर के बूथ नंबर 114 पर 14 पर्चियों का वीवीपैट से मिलान नहीं हुआ। ऐसे में गड़बड़ी की आशंका है। दूसरे उन्होंने 15000 पोस्टल बैलेट वोटों की गिनती में नियमों को ताक पर रखने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि इनकी स्कैनिंग नहीं कराई गई।
तीसरे मतदान कर्मियों को फार्म-12 बी नहीं उपलब्ध कराया गया। इस मामले में कांग्रेस ने कानूनी कार्रवाई की भी धमकी दी। इस बीच शुक्रवार तड़के तक भाजपा प्रत्याशी शर्मा व कांग्रेस के एजेंट्स मतगणना केंद्र पर डटे हुए थे। दूसरी तरफ राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी मुख्यालय में जीत का जश्न मनाने के लिए रुके हुए थे।
इससे पूर्व मतगणना के रूझान को देखते हुए दोपहर बाद से ही एहतियातन शहर में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया। शहर के प्रमुख चौराहों आदि स्थानों पर पैरामिलिट्री फोर्स और भारी तादाद में पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पल-पल की जानकारी चंडीगढ़ मुख्यालय के अलावा चुनाव से जुड़े उच्चाधिकारियों को देते रहे।
भाजपा की जीत के तीन टर्निंग प्वाइंट
1. 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन हिंसा
जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर फरवरी 2016 में भड़की हिंसा में जान-माल की बड़ा नुकसान हुआ था। भाजपा ने इस मुद्दे को भुनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर सीधे आरोप जड़े। रोहतक शहर के अलावा कलानौर और महम शहर में भी इसका असर पड़ा था। भाजपा को तीनों जगह से चुनाव में बड़ी बढ़त मिली है।
2. जातीय धुव्रीकरण पर चला चुनाव
जाट आरक्षण आंदोलन के बाद रोहतक में जाट-गैर जाट का मुद्दा हावी रहा। भाजपा ने भी गैर जाट कार्ड खेला। पहले नगर निगम चुनाव में गैर जाट के समीकरणों को देखते हुए प्रत्याशी मैदान में उतारे और जीत हासिल की। लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने ब्राह्मण समाज से डॉ. अरविंद शर्मा को प्रत्याशी बनाया। इससे गैर जाट मतदाताओं का ध्रुवीकरण हुआ। गैर जाट क्षेत्रों में भाजपा को मिली बढ़त से भी यह जाहिर होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में दीपेंद्र का प्रदर्शन बेहतर रहा।
3. मोदी फैक्टर
पूरे देश की तरह रोहतक क्षेत्र में भी नरेंद्र मोदी फैक्टर चला। शहर से लेकर गांव तक हर वर्ग में मोदी का जादू दिखा। रोहतक में पीएम की जनसभा हुई तो मंच पर प्रत्याशी का नाम तक नहीं लिया गया। पीएम ने कहा भी था कि एक-एक वोट मोदी के खाते में जाएगा। भाजपा की जीत में मोदी फैक्टर अहम रहा।
रोहतक से अब तक रहे सांसद
- 1952 रणबीर सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 1957 रणबीर सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 1962 लहरी सिंह जनसंघ
- 1967 रणबीर सिंह कांग्रेस
- 1971 मुख्तार सिंह जनसंघ
- 1977 शेर सिंह जनता पार्टी
- 1980 स्वामी इंद्रवेश जनता पार्टी
- 1984 हरद्वारी लाल कांग्रेस
- 1989 चौधरी देवीलाल समाजवादी जनता पार्टी
- 1991 भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 1996 भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 1998 भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 1999 कैप्टन इंद्र सिंह इनेलो
- 2004 भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 2005 दीपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 2009 दीपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 2014 दीपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस
- 2019 डॉ. अरविंद शर्मा भाजपा
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