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हरियाणा में मिशन 10 के लिए ग्राउंड तैयार, 12 के रण के लिए बांकुरे तैनात

हरियाणा में भाजपा के मिशन 10 के लिए ग्राउंड तैयार हो चुकी है। रणबांकुरे 12 मई के रण के लिए मैदान में तैनात हो चुके हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 11:54 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 11:54 AM (IST)
हरियाणा में मिशन 10 के लिए ग्राउंड तैयार, 12 के रण के लिए बांकुरे तैनात
हरियाणा में मिशन 10 के लिए ग्राउंड तैयार, 12 के रण के लिए बांकुरे तैनात

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में सभी दस सीटों पर 12 मई को मतदान होना है। प्रदेश का सियासी पारा गर्म है। शरीर को झुलसा देने वाली धूप के बावजूद तमाम दलों के नेता और प्रचारक जनसंवाद में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भाजपा का जिम्मा खुद उठा रखा है। शेड्यूल ऐसा कि हर दिन वह दर्जन भर से अधिक जनसभाओं और रैलियों के बीच कार्यकर्ताओं के साथ चाय पर चर्चा के लिए समय निकाल ही लेते हैं। कनेक्ट टू पीपुल अभियान भी चला रखा है।

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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी एक दौर की रैलियां कर चुके हैं। अब दूसरे दौर में शाह के अलावा पीएम मोदी की भी रैलियां होनी हैं। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा की निगाह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन-10 का एजेंडा लेकर हरियाणा पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले दिनों एक के बाद एक तीन बड़ी रैलियां कर पार्टी के हक में माहौल बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। जाट लैंड से लेकर जीटी रोड बेल्ट तक शाह ने अपनी रैलियों के मंच से हुड्डा और चौटाला पर खुलकर हमले बोले।

कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी रहे अमित शाह के निशाने पर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शाह के निशाने पर रहे। देश की सुरक्षा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने का नारा देकर शाह ने हरियाणा में भाजपा के लिए वोट मांगे। सोनीपत से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने यहां निवर्तमान सांसद रमेश कौशिक को मैदान में उतार

रखा है। सोनीपत के बाद शाह ने करनाल संसदीय क्षेत्र के पानीपत और अंबाला लोकसभा सीट के यमुनानगर में भी रैलियां कीं।

खास बात यह रही कि शाह ने भी उम्मीदवारों की बजाय मोदी के नाम पर वोट मांगे। वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और ओमप्रकाश चौटाला को ललकारते नजर आए। फोकस युवाओं पर भी रहा। शाह जहां भी गए, वहां उन्होंने युवाओं को जिगर के टुकड़े कहकर संबोधित किया। हर जनसभा में मोदी-मोदी के नारे लगे। भारत माता की जयघोष के साथ शाह ने अपना संबोधन शुरू करते।

सोनीपत में करीब 35 मिनट के संबोधन में 10 मिनट उन्होंने हुड्डा और चौटाला पर खर्च किए। हुड्डा को भ्रष्टाचारी और प्रापर्टी डीलिंग की सरकार कहा तो चौटाला पर गुंडागर्दी करने के आरोप लगाए। शाह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को पूरे नंबर दिए। शाह की इस रणनीति का आकलन करें तो स्पष्ट हो जाता है कि हरियाणा में उन्होंने दसों सीटों पर भाजपा के लिए क्या एजेंडा सेट किया है।

मोदी का नाम और मनोहर सरकार के काम पर विशेष जोर दिया जा रहा है। मनोहर सरकार द्वारा दी गई सरकारी नौकरियों को युवाओं के बीच जोर-शोर से रखा जा रहा है। अमित शाह 10 मई को फिर हरियाणा का दौरा करेंगे। हिसार, फरीदाबाद और रोहतक सीटें निशाने पर होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 मई को फतेहाबाद व कुरुक्षेत्र और 10 मई को रोहतक में रैली करेंगे। भाजपा के एजेंडे में सिरसा, हिसार और रोहतक तीन लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर जीत के लिए पार्टी ने जी-जान एक कर रखा है। इन तीनों सीटों पर कांग्रेस, इनेलो व जेजेपी का कब्जा है।

सज गया मैदान

हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं। सात सीटों पर भाजपा का कब्जा है। शेष तीन सीटों रोहतक, सिरसा और हिसार पर कांग्रेस, इनेलो और जजपा काबिज हैं। भाजपा इस बार किसी भी सूरत में सभी 10 लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। इसके लिए पार्टी लंबे समय से ग्राउंड बनाने का काम कर रही है।

रोहतक में कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा, हिसार में जजपा के दुष्यंत चौटाला और सिरसा में इनेलो के चरणजीत सिंह रोड़ी की सीटें हथियाने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत लगा रखी है। भाजपा का लक्ष्य अपनी पुरानी सात सीटें जीतने के साथ ही इन तीन नई सीटों को अपने हक में करने का है, जिसे लेकर एक रणनीति के तहत काम किया जा रहा है।

नमो-मनो की जोड़ी को बताया जा रहा है हिट

नमो और मनो की जोड़ी का मंत्र भी हरियाणा में खूब चल रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहरलाल (मनो) की इस जोड़ी की जुगलबंदी को केंद्रीय योजनाओं के हरियाणा में सफलतम क्रियान्नवयन का श्रेय दिया जा रहा है। आठवें दशक में संघ के प्रचारक रहते मोदी और मनोहर ने एक साथ लंबा समय गुजारते हुए संगठन को मजबूत बनाने के जो तरीके ईजाद किए, उनकी छाप आज भी दोनों की कार्यशैली में साफ झलकती है।

पीएम मोदी की तरह हलका भगवा कुर्ता और हलकी आसमानी सदरी पहनने वाले मनोहर लाल बूथ मैनेजमेंट से लेकर पन्ना प्रमुख तक सभी स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधा संपर्क साध रहे हैं। गुजरात में पन्ना प्रमुख का प्रयोग कारगर होने के बाद हरियाणा में पहली बार आजमाई जा रही इस रणनीति से बूथ लेवल तक के वर्करों में जोश और जिम्मेदारी का अहसास बढ़ा है।

आरएसएस के पुराने अनुभव को भुनाते हुए मुख्यमंत्री ने सभी दस लोकसभा सीटों पर प्रचार का जिम्मा खुद संभाला हुआ है। इसके उलट विपक्षी दलों के बड़े नेता खुद का चुनाव निकालने में उलझे हैं, जिससे उनके पास प्रचार के लिए मजबूत चेहरे नहीं दिखते। सत्ता और संगठन में जो सामंजस्य मौजूदा मुख्यमंत्री ने दिखाया है वह पहले नहीं दिखा।

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