बीरेंद्र सिंह बोले- पहली बार चुनाव में जाति-धर्म नहीं हो रहा जिक्र, देशप्रेम सबसे ऊपर
बेटे की राजनीति में एंट्री के लिए मंत्री पद से इस्तीफा देेनेवाले बीरेंद्र सिंह चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार चुनाव में जाति व धर्म का जिक्र नहीं हो रहा।
बवानीखेड़ा (भिवानी), जेएनएन। केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले वीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह पहला चुनाव है जिसमें जाति और धर्म का जिक्र नहीं हो रहा है। इसमें देशभक्ति सबसे ऊपर है और उसकी की बात हो रही है। देशप्रेम की भावना जाति व धर्म की दीवार को तोड़ सकती है। आज देशभक्ति का मतलब नरेंद्र मोदी हो गया है। यह हम नहीं कह रहे हैं विपक्ष ऐसा बोल रहा है।
बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को हिसार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी किए गए अपने बेटे बृजेंद्र सिंह के लिए चुनाव प्रचार में उतर आए। वह इसी सिलसिले में यहां पहुंचे यहां पत्रकारों से बातचीत में बीरेंद्र सिंह कहा, मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को मंत्री पद और राज्यसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया है। वे दोनों ही इस पर फैसला लेंगे।
उन्होंने कहा, मैं राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ हूं और इसलिए बेटे बृजेंद्र के राजनीति में आने के फैसले के बाद अपना इस्तीफा देना मुनासिब समझा। उन्होंने कहा कि यह पहला चुनाव है जिसमें जाति और धर्म का ज़िक्र नहीं हो रहा है। यह बदलते माहौल काे बता रहा है। जाति और धर्म की दीवार देशप्रेम की भावना तोड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि हम नहीं कहते, विपक्ष आरोप लगाता है कि आज देशभक्ति का मतलब नरेंद्र मोदी हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का माहौल और सोच बदली है। देश और सेना को मज़बूत करने के लिए युवा मोदी के पक्ष में हैं। देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है।
बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की न्यूनतम आय योजना का खूब मज़ाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि हर परिवार को 72000 रुपये देने के राहुल गांधी का वादा खोखला और भ्रमित करने वाला है। राहुल गांधी को योजना का पता ही नहीं, लोग भी इसे उनका झूठ मानते हैं।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री व इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला की संपत्ति अटैच किए जाने के बारे में पूछे लाने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिस परिवार में अपने बुजुर्गों का सम्मान न हो और पोते अपने दादा का आदर न करते हों उस पर टिप्प्णी करना शर्मनाक होगा।