Loksabha Election में दांवपेंच तेज, भाजपा हरियाणा के जाटलैंड में रिस्क लेने के मूड में नहीं
Loksabha Election 2019 में हरियाणा में राजनीतिक दलों के बीच दांव पेंच चरम पर है। इन सबके बीच जाटलैंड कोे लेकर सियासत तेज हो गई है। भाजपा जाटलैंड में रिस्क लेने के मूड में नहीं है।
चंडीगढ़, जेएनएन। Loksabha Election 2019 को लेकर हरियाणा में सियासी दल सभी तरह के दांवपेंच आजा रहे हैं। इस दौरान जाटलैंड की सीटें बेहद महत्वपूर्ण हो गई हैं और सभी दलों का खास फोकस इन पर है। ऐसे में भाजपा जाटलैंड में कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। पार्टी रोहतक और हिसार लोकसभा सीटों पर भाजपा दूसरे दलों की रणनीति भांपकर अपने प्रत्याशियों की घोषणा करेगी।
विरोधियों की रणनीति भांपकर होगी रोहतक व हिसार में टिकटों की घोषणा
इन दोनों सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की निगाह है। रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा कांग्र्रेस और हिसार में दुष्यंत चौटाला इनेलो (अब जननायक जनता पार्टी) के सांसद हैैं। इन दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के पास चेहरों की भी कमी नहीं है, लेकिन पार्टी उम्मीदवार घोषित करने में किसी तरह का रिस्क उठाने के मूड में नहीं है। हरियाणा के वित्त मंत्री एवं पंजाब व चंडीगढ़ के लोकसभा चुनाव प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु ने सोमवार को मीडिया कर्मियों से कहा कि जिताऊ तथा दमदार प्रत्याशियों के नाम पर मंथन चल रहा है।
कैप्टन अभिमन्यु का दावा, भाजपा के पास नहीं दोनों सीटों पर प्रत्याशियों की कमी
रोहतक और हिसार दोनों लोकसभा सीटों पर वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का नाम चर्चा में है। इसके अलावा कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का नाम भी रोहतक सीट के लिए चल रहा है। रोहतक में पूर्व सांसद डाॅ. अरविंद शर्मा, सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर, पैरा ओलंपियन दीपा मलिक और भाजपा नेता शमशेर सिंह खरकड़ा के नाम मजबूत दावेदारों में शामिल हैैं।
हिसार में कैप्टन अभिमन्यु के साथ-साथ इनेलो छोड़कर भाजपा में आए रणबीर गंगवा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का नाम भी चर्चा में है। उम्मीद की जा रही कि कांग्रेस 11 अप्रैल तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी। माना जा रहा है कि इसके बाद ही भाजपा इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार तय करेगी।
एक खास बातचीत में कैप्टन अभिमन्यु ने अपने चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर कहा कि वह पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं। यदि पार्टी हाईकमान का आदेश होगा और जहां से भी होगा, वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हैैं। उन्होंने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा को निशाने पर लेते हुए कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान उन्होंने भाईचारा संभालने की बजाय माहौल को खराब कराने में अधिक रूचि दिखाई।
उन्होंने कहा कि दीपेंद्र आज तक सिर्फ इसलिए चुनाव जीत पाए, क्योंकि उनके पिता सीएम थे। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कैप्टन ने कहा कि पलटी मारने में उनके जैसा दूसरा कोई उदाहरण नहीं है। केजरीवाल सत्ता के लिए कांग्रेस के सामने गठबंधन करने को गिड़गिड़ा रहे हैैं।