गुजरात की बाजी: 977 उम्मीदवारों के बीच 89 सीटों के लिए दंगल
पहले चरण के मतदान में भाजपा की ओर से सभी 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे गए हैं। जबकि कांग्रेस ने 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की कुल 89 सीटों के मतदान जारी है।इस चरण में कुल तीन करोड़ 32 लाख, 42 हजार 599 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में कुल 977 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र की इन सीटों पर कुल 1,11,05,933 पुरुष मतदाता हैं। महिलाओं की बात करें तो यहां 1,01,05,933 महिला मतदाता भी पंजीकृत हैं। इनके साथ ही 247 अन्य मतदाता भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। कुल 29 एनआरआई के अलावा 6,014 अन्य सेवाओं के मतदाता भी मतदान करेंगे।
ये हैं सबसे बड़ी और छोटी विधानसभा सीटें
शनिवार को हो रहे पहले चरण के मतदान में सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र 'करंज' है, जो कि सिर्प 4 स्क्वायर किमी. के दायरे में फैला है। वहीं सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र अबडासा है, जिसका दायरा 6278 स्क्वायर किमी. का है। सबसे कम मतदाताओं वाला विधानसभा क्षेत्र उत्तर सूरत है, जिसमें 157250 मतदाता हैं। जबकि सबसे ज्यादा मतदाताओं वाला विधानसभा क्षेत्र कामरेज है, जहां 4,28,695 मतदाता हैं।
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गुजरात चुनाव में जामनगर ग्रामीण सीट पर सबसे ज्यादा 27 उम्मीदवार चुनावी मैंदान में है। वहीं झगडिया और गणवेशी विधानसभा सीट पर सबसे कम तीन-तीन उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह दोनों ही सीटे आरक्षित हैं।
किस पार्टी के कितने उम्मीदवार
पहले चरण के मतदान में भाजपा की ओर से सभी 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे गए हैं। जबकि कांग्रेस ने 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। बहुजन समाज पार्टी ने 64 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। ऑल इंडिया हिंदुस्तान पार्टी ने 48 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी ने 30, शिवसेना ने 25 और आम आदमी पार्टी के 21 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
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गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जिन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। उनमें से 63 मौजूदा विधायक हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने 22 मौजूदा विधायकों को दोबारा उम्मीदवार बनाया है। पिछले विधानसभा के चुनाव में भाजपा के 22 उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे, जबकि कांग्रेस के 63 उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे।
26-40 आयुवर्ग के सबसे ज्यादा मतदाता
गुजरात चुनाव के पहले चरण में कुल 977 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें से 920 उम्मीदवार पुरुष हैं, जबकि 57 महिला प्रत्याशी भी पहले चरण में चुनावी मैदान में ताल ठोंक रही हैं। आयुवर्ग की बात की जाए तो 18 से 25 वर्ष के आयुवर्ग के मतदाताओं की संख्या 35,29,363 है, जबकि 26 से 40 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक 78,68,876 है। वहीं 41 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 70,31,523 है। जबकि 60 वर्ष से ज्यादा आयु के मतदाताओं की संख्या 28,01,890 है।
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भाजपा की ओर से राजकोट वेस्ट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु की चुनौती है। बता दें कि रुपाणी राजकोट वेस्ट और इंद्रनील राजगुरु राजकोट ईस्ट से मौजूदा विधायक हैं। राजकोट वेस्ट सीट भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नरेंद्र मोदी पूर्व में यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। वजुभाई भाईवाला भी यहां से चुनाव लड़े हैं। विजय रुपाणी जब मुख्यमंत्री बने तो उस वक्त वजुभाईवाला को राज्यपाल बनाकर भेज दिया गया और विजय रुपाणी को यहां से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया।
गुजरात चुनाव की महत्वपूर्ण सीटें
पाटीदार आंदोलन समिति के नेता ललित वसोया कांग्रेस के टिकट पर राजकोट जिले के धोरजी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट हार्दिक पटेल के लिए अहम हो जाती है। वसोया के खिलाफ भाजपा की ओर से लोकसभा एमपी हरिलाल पटेल चुनावी मैदान में हैं।
ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस की ओर से राधनपुर से उम्मीदवार हैं, जो चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हैं। ऐसे में यह सीट भी प्रतिष्ठा का विषय बन जाती है।
दलित नेता जिग्नेश मेवाणी बनासकांठा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं, जिन्हें कांग्रेस का समर्थन हासिल है। कांग्रेस ने इस सीट पर अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। ऐसे में यह सीट भी प्रतिष्ठा का विषय है।
वलसाड जीता तो गांधीनगर पर कब्जा
गुजरात में ऐसा कहा जाता है कि जिस पार्टी ने ‘वलसाड’ जीता, गांधीनगर पर उसी का कब्जा हो सकता है। इस सीट का इतिहास कुछ ऐसा ही रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में, इस सीट पर बीजेपी के भरतभाई कीकूभाई पटेल ने 93658 वोटों के साथ जीत हासिल की। ऐसे में बीजेपी ने इस बार फिर से उन पर दांव लगाया है। वहीं पिछली हार से सबक लेते हुए कांग्रेस ने इस चुनाव में धर्मेश पटेल की जगह नरेंद्र जे टंडेल को टिकट दिया है। नरेंद्र की इलाके के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में कांग्रेस उनके सहारे ‘सत्ता की चाबी’ वलसाड को जीतने के साथ-साथ राज्य की सत्ता में वापसी करने की तैयारी में है।
सूबे के मुख्यमंत्री विजय रुपानी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। गुजरात की राजकोट वेस्ट सीट प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है। पीएम मोदी वर्ष 2002 में इस सीट से पहली बार चुनाव जीते थे। इस सीट पर गुजरात के मौजूदा सीएम विजय रुपानी चुनाव लड़ रहे हैं।
राज्य के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल मेहसाणा की सीट से चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी भावनगर वेस्ट से ताल ठोक रहे हैं। इस सीट पर जीतू वघानी के सामने कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल हैं, जो कि प्रदेश के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं।
कैबिनेट स्तर के मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा ढोलका सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। कैबिनेट मंत्री गणपतभाई वेस्ताभाई वसावा मंगरोल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल को इस बार के विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया गया है, उनकी विधानसभा सीट घाटलोडिया से भूपेंद्र पटेल को टिकट दे दिया गया है।
कांग्रेस के 12 विधायक कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं। ये 12 सीटें वो हैं जो बीजेपी ने कभी नहीं जीतीं। वहीं दूसरी ओर पाटीदार और ऊना आंदोलन के तीन बड़े चेहरे कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं, जिसमें निखिल सावानी और अल्पेश ठाकुर और जिग्नेश मेवानी हैं।
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