दिल्ली में दूसरी बार दिखी मध्य प्रदेश की हिस्सेदारी, भोपाल में पंचर बनाने वाले का बेटा दूसरी बार बना विधायक
भले ही मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद आम आदमी पार्टी ने सूबे में अपना दफ्तर समेट लिया है लेकिन दिल्ली सरकार में राज्य की हिस्सेदारी प्रवीण देशमुख के रूप में हो गई है।
भोपाल, जेएनएन। आम आदमी पार्टी (आप) लगातार तीसरी बार दिल्ली में सरकार बना रही है। भले ही मध्य प्रदेश में पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद दफ्तर समेट लिया है लेकिन दिल्ली सरकार में सूबे की हिस्सेदारी प्रवीण देशमुख के रूप में हो गई है। देशमुख दिल्ली में आप प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे जो दूसरी बार विधायक के रूप में निर्वाचित हुए हैं। भोपाल के पीएन देशमुख के बेटे प्रवीण देशमुख ने दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव जीते हैं।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी की कार्यकारिणी तक नहीं है। आम आदमी पार्टी ने साल 2018 में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में करीब एक साल पहले से तत्कालीन शिवराज सरकार और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोला था। पार्टी के प्रदेश प्रभारी के रूप में दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने यहां संगठन को खड़ा करने के लिए कुछ बैठकें की थीं।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को एक फीसद से भी कम वोट मिला था। इस खराब प्रदर्शन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल भी अपनी जमानत नहीं बचा सके थे। इसके बाद पार्टी के भीतर ही प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाए गए थे। इसके बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ने मध्यप्रदेश की पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दिया था। जुलाई 2019 से पार्टी कार्यकारिणी नहीं है। जुलाई 2019 के बाद पार्टी के प्रदेश कार्यालय को भी बंद कर दिया गया था।
भोपाल के पीएन देशमुख के पुत्र प्रवीण देशमुख ने दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है। प्रवीण देशमुख के पिता मूलत: बैतूल के रहने वाले हैं और भोपाल में पुल बोगदा के पास पंक्चर बनाने की दुकान चलाते हैं। प्रवीण की दूसरी बार जीत पर पीएन देशमुख ने कहा कि अब जल्द फिर से आम आदमी पार्टी दूसरे राज्यों में अपना विस्तार करेगी। मध्यप्रदेश में भी नए सिरे से पार्टी को खड़ा करने की संभावना है।