Delhi Assembly Election 2020: प्रत्याशियों की घोषणा देर से करेगी AAP, पढ़िए- केजरीवाल की नई रणनीति
Delhi Assembly Election 2020 इस विधानसभा चुनाव में पार्टी नेतृत्व भले ही किसी दल को अपना मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं मान रहा है। मगर चुनावी मौसम में पांव फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है।
नई दिल्ली [वीके शुक्ल]। Delhi Assembly Election 2020: पिछली बार से भी अधिक सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतर चुकी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) इस विधानसभा चुनाव में देर से प्रत्याशी घोषित कर सकती है। पार्टी के रणनीतिकार अभी प्रत्याशियों की घोषणा को ठीक नहीं मानते हैं। यह भी संभव है कि इस बार एक बार में ही सभी सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित किए जाएं।
इस विधानसभा चुनाव में पार्टी नेतृत्व भले ही किसी दल को अपना मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं मान रहा है। मगर चुनावी मौसम में पांव फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है। 2013 के विधानसभा चुनाव में अधिसूचना जारी होने से काफी पहले प्रत्याशी घोषित किए गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव और फिर 2015 के विधानसभा चुनाव में भी यही स्थिति रही। इसका मकसद यह था कि वे अपनी तैयारी कर सकें। पहले इस बात पर सहमति थी कि जल्द प्रत्याशी घोषित किए जाएं। जिससे वे अपनी तैयारी कर सकें। मगर बाद में आप की रणनीति में बदलाव हुआ है। अब देरी से प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने की बात सामने आ रही है।
पार्टी के रणनीतिकार मान रहे हैं कि इस बार भी साफ तौर पर चुनाव मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम पर लड़ा जा रहा है। जब केजरीवाल के नाम पर चुनाव लड़ा जा रहा है तो प्रत्याशियों के नाम घोषित करने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं है।
रणनीति के अनुसार अभी पार्टी स्तर पर ही चुनाव के लिए माहौल बनाया जा रहा है। जिसमें मुख्यरूप से मुख्यमंत्री की टाउनहॉल में मीटिंग हो रही हैं। इन मीटिंग में एक बात देखने को मिल रही है कि मंच पर केवल मुख्यमंत्री ही दिख रहे हैं। पार्टी के अन्य सभी नेता और टिकट के दावेदार जनता के बीच बैठते हैं। घोषणा हो जाने के बाद ही प्रत्याशी मंच पर पहुंचेंगे। पार्टी ने अपने सभी 61 विधायकों से भी अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियों में लगने के लिए कह दिया है। माना जा रहा है कि नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाने पर आप के प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं। जिन नौ सीटों पर आप के विधायक नहीं हैं। इस सीटों पर भी जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को लगाया जा चुका है। संभव है कि उन्हें ही इन सीटों पर प्रत्याशी बनाया जाएगा।