Delhi Assembly Election: क्या 2019 की 'ज़मीन' बनेगी BJP के लिए दिल्ली की सत्ता में वापसी का 'आधार'
Delhi Assembly Election 2020 भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2029 का प्रदर्शन दोहराया तो भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। Delhi Assembly Election 2020: आखिरकार सोमवार को भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर एक साथ 8 फरवरी को एक ही चरण में मतदान की घोषणा कर दी। इसी के साथ दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party ) के साथ भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) और कांग्रेस (Congress) ने चुनावी तैयारी के लिए कमर कस ली है।
BJP के लिए बड़ी चुनौती है यह चुनाव, 20 साल रही है सत्ता से बाहर
अगले महीने होने वाला दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 तीनों ही पार्टियों के लिए चुनौती से कम नहीं है। जहां AAP के लिए सत्ता बचाने की चुनौती है, तो कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। वहीं, सबसे बड़ी चुनौती है भाजपा के लिए, जो 20 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और विपक्ष की भूमिका में बैठी हुई है।
BJP पूरी तैयारी से लड़ रही चुनाव
दिल्ली भाजपा के नेताओं का मानना है कि इस चुनाव में दिल्ली की सत्ता पाने की हर कोशिश करेगी। वहीं, राजनीति के जानकारों का मानना है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते है, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के प्रदर्शन को भारतीय जनता पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में दोहराया तो भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
इतिहास बदलेगा इस बार!
लोकसभा चुनाव 2019 के प्रदर्शन के आधार पर विधानसभा की स्थित का आकलन करें तो कांग्रेस दूसरे तो दिल्ली में पांच साल तक सत्ता चलाने वाली आम आदमी पार्टी (Aam aadmi Party) तीसरे स्थान पर खिसक जाएगी। कहने का मतलब है कि पहले से सीधे तीसरे स्थान पर। बता दें कि वर्ष-2014 में हुई दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP ने दिल्ली 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों हासिल कर इतिहास रचा था, जबकि भाजपा को सिर्फ तीन सीटें तो कांग्रेस शू्न्य पर सिमट गई थी।
ऐसे में अगर भाजपा को 20 साल बाद दिल्ली में वापसी करनी है तो उसे लोकसभा चुनाव 2019 जैसा प्रदर्शन करना होगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में विधानसभा वार नजर दौड़ाएं तो 70 में से 65 विधानसभा क्षेत्रों पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा रहा। यहां तक कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी की जगह पर कांग्रेस उम्मीदवारों पर अल्पसंख्यक समुदाय ने भरोसा जताया।
...तो दो तिहाई बहुमत से बनेगी दिल्ली में BJP सरकार
राजनीत से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली में जिस तरह से भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव में सातों सीटों पर जीत हासिल की, उससे तो यही जाहिर होता है कि यह मत विधानसभा चुनाव में उसी तरह मिला तो भाजपा दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2014 के कुछ महीने बाद हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में मोदी लहर के बावजूद दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया था। खुद भाजपा को भी यह उम्मीद नहीं थी कि उसका इतना बुरा प्रदर्शन होगा। वहीं, कांग्रेस तो शून्य पर सिमट गई थी।
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