पत्नी जीती तो बिहार तक होगा असर, पढ़िए- कैसे कांटे की टक्कर में फंसी 'कीर्ति' की प्रतिष्ठा
Delhi Election 2020 संगम विहार सीट से भी कांग्रेस के दिग्गज नेता कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद मैदान में ताल ठोंक रही हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली की 70 सीटों के लिए मतदान जारी है। दिल्ली की दो सीटें कालकाजी और संगम विहार की बात करें तो यहां पर कांग्रेस के दो बड़े दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है। आइए पढ़ते हैं इस सीट से चुनाव की रोचक स्टोरी। कालकाजी सीट पर दो महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें एक आम आदमी पार्टी से आतिशी हैं वहीं दूसरी प्रत्याशी कांग्रेस के दिग्गज नेता सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा हैं।
इधर , संगम विहार सीट से भी कांग्रेस के दिग्गज नेता कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद मैदान में ताल ठोंक रही हैं। इन दोनों प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा में एक सीट पर पति की प्रतिष्ठा दांव पर है तो दूसरे पर पिता की प्रतिष्ठा दांव पर है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता सुभाष चोपड़ा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने अपनी बेटी को चुनावी जिताने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रखा है। उन्होंने पार्टी की कई साथियों को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी दे रखी है। कई बार चुनाव के प्रचार के दौरान यह भी सामने आया कि बेटी पिता से ज्यादा समय प्रचार के लिए मांग रही थी जबकिअध्यक्ष होने के नाते उन्हें दूसरे प्रत्यशियों को भी समय देना पड़ता था।
कीर्ति आजाद एक क्रिकेटर के साथ मंझे हुए राजनीतिज्ञ भी हैं। बिहार के जाने माने चहेरे होने के नाते वो पूर्वी दिल्ली से सांसद भी रह चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि वोराजनीति की बारिकियों को समझते हैं और अपनी पत्नी को चुनाव जिताने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। संगम विहार दक्षिणी दिल्ली के इलाके में एक घना बसा हुआ इलाका है। यहां पर पानी की बहुत बड़ी समस्या है। इसको लेकर हर बार चुनाव जीतने वाले सुलझाने का वादा किया। यहां पर ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या है।
बिहार के दरभंगा से सांसद रहने के बाद कीर्ति आजाद ने भाजपा से बगावत करने के बाद कांग्रेस का दामन थामा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आखिर वह दिल्ली की जनता को कितना खुश कर उनके दिल में उतर पाते हैं।