दिल्ली में फिर से सत्ता में आने पर DTC बसों में छात्रों का किराया होगा माफः केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद दिल्ली में महिलाओं की तरह विद्यार्थियों के लिए भी बसों का किराया फ्री कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में महिलाओं की तरह विद्यार्थियों के लिए भी बसों का किराया फ्री कर दिया जाएगा। चुनाव जीतने के बाद इस प्रक्रिया पर भी काम होगा। यमुना नदी को साफ और स्वच्छ बनाएंगे। यमुना को गंगा की तरह पवित्र बना देंगे। चुनाव के बाद यमुना की सफाई के लिए विशेष अभियान चलेगा। आने वाले पांच साल के अंदर आम जनता के साथ खुद यमुना में डुबकी लगाउंगा। यह बातें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोंडली विधानसभा क्षेत्र के वसुंधरा एंक्लेव स्थित महाराजा अग्रसेन कॉलेज के ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित चौथे टाउन हाल मीटिंग के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि जनता के सामने अपने पांच साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड रखा और जनता से सरकार के पांच साल के काम पर प्रतिक्रिया ली। यहां आम राय से यह भी तय हुआ कि चुनाव के बाद दिल्ली सरकार दिल्ली को विश्व स्तर का शहर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे और दिल्ली को साफ-सुथरा बनाएंगे। दिल्ली में स्थित तीन कूड़ा पहाड़ों को भी साफ करेंगे। इसके अलावा अन्य योजना हैं, जिन पर काम करना है।
वहीं उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार काफी चिंतित हैं। इस पर युद्ध स्तर पर सरकार, पुलिस और समाज को मिल कर अपनी-अपनी भूमिका अदा करनी होगी। अभी पूरी दिल्ली में डेढ लाख सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जहां कैमरे लगे हैं, वहां पर सुधार हुआ है। बसों में मार्शल की नियुक्ति की गई है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पूरी दिल्ली में स्ट्रीट लाइट लग रही है। अभी लास्ट माइल कनेक्टिविटी करने की जरूरत है। इस पर हम लोगों ने अध्ययन किया है और रिपोर्ट आ गई है। चुनाव बाद इस पर भी काम करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बना रहे हैं, स्पोर्ट्स में अब डिग्री दी जाएगी। अभी तक डिग्री नहीं मिल रही थी। बैटमिंटन और कबड्डी में बीए की डिग्री देंगे। सरकार ने स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया। स्कूलों की नई बिल्डिंग बनवाई। शिक्षक और प्रधानाचार्यों को विदेश में प्रशिक्षण देने के लिए भेजा। वहां से आकर उन्होंने स्कूल को बदला। इस बार सरकारी का परिणाम 96 प्रतिशत था, जबकि प्राइवेट स्कूलों का परिणाम 93 प्रतिशत रहा है।