Delhi Election 2020: भाजपा उम्मीदवारों को अकालियों का समर्थन मिलेगा या नहीं, पंजाब से होगा फैसला
Delhi Election 2020 कई नेताओं का कहना था कि पार्टी ने चुनाव से अलग रहने का फैसला किया है। इस स्थिति में किसी भी पार्टी को समर्थन करने का कोई औचित्य नहीं है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देने को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) में एक राय नहीं बन सकी है। इसे लेकर पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक में भी कोई फैसला नहीं हो सका। अब पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल इस बारे में फैसला करेंगे।
भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका की अध्यक्षता में शुक्रवार को पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक हुई। कई नेताओं का कहना था कि भाजपा के साथ पुराना संबंध है। केंद्र में पार्टी की नेता हरसिमरत कौर बादल मंत्री हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने सिखों से संबंधित कई फैसले लिए हैं। 1984 के सिख विरोधी दंगों के दोषी जेल पहुंचने लगे हैं। इन बातों को ध्यान में रखकर भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन करना चाहिए। वहीं, कई नेताओं का कहना था कि पार्टी ने चुनाव से अलग रहने का फैसला किया है। इस स्थिति में किसी भी पार्टी को समर्थन करने का कोई औचित्य नहीं है। आम सहमति नहीं बनने के बाद इस बारे में निर्णय लेने का अधिकार सुखबीर बादल को सौंप दिया गया। दिल्ली के प्रमुख नेता बादल से मिलकर इस पर चर्चा करेंगे। शनिवार तक इस बारे में फैसला लिए जाने की उम्मीद है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) कुलवंत सिंह बाठ ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच मुकाबला है। कांग्रेस 1984 के सिख विरोधी दंगों के दोषियों को बचाती रही है। वहीं, पंजाब चुनाव में आप ने अकाली दल को बदनाम किया है। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने लोगों को गुमराह करके सत्ता हासिल की है। भाजपा एकमात्र पार्टी है जिसके साथ हमारा वर्षों से समझौता रहा है। इसके अलावा केंद्र सरकार में भी हमल होग अभी साथ हैं। दोनों पार्टियों के नेता संपर्क में हैं और हमें भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करना चाहिए।