Delhi Election 2020: यहां पढ़िए- छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हर जानकारी
Delhi Election 2020 छतरपुर विधानसभा क्षेत्र गांवों अनधिकृत कॉलोनियों व कॉलोनियों का मिश्रण है। यह विधानसभा दिल्ली के सीमावर्ती इलाके में आती है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। छतरपुर विधानसभा क्षेत्र गांवों, अनधिकृत कॉलोनियों व कॉलोनियों का मिश्रण है। यह विधानसभा दिल्ली के सीमावर्ती इलाके में आती है। इस विधानसभा क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पर बसी करीब 50 अनधिकृत कॉलोनियों के अलावा 18 गांव भी शामिल हैं।
विशेषता
छतरपुर विधानसभा में प्रसिद्ध कात्यायनी शक्ति पीठ यानि छतरपुर मंदिर भी आता है। वहीं, इस विधानसभा के थोड़ा और आगे जाने पर हरियाणा का शहर गुरुग्राम आ जाता है। महरौली-गुरुग्राम रोड पर इसका ज्यादातर हिस्सा पड़ता है। यह इलाका बड़े-बड़े फार्महाउसों के कारण भी जाना जाता है।
विधानसभा क्षेत्र- छतरपुर (46)
कुल मतदाता- 2,13,182
पुरुष मतदाता- 1,23,056
महिला मतदाता- 90,125
अन्य मतदाता- 01
प्रमुख इलाके
एमएम मार्ग, सेंट्रल ड्राइव, साउथ ड्राइव, पाइन ड्राइव, गदईपुर, चांदनहुला गांव, सतबड़ी गांव, फतेहपुरी बेरी गांव, छतरपुर गांव, छतरपुर कॉलोनी, जेवीटीएस कॉलोनी, असोला गांव, आया नगर गांव व कॉलोनी, गुरुग्राम, जौनापुर गांव, मांडी गांव, डेरा गांव, भाटी माइंस गांव, सैदुल्लाजाब गांव, नेबसराय गांव, मैदानगढ़ी गांव, राजपुर गांव, फ्रीडम फाइटर कॉलोनी व घिटोरनी गांव, अंबेडकर कॉलोनी आदि।
पिछले विधानसभा चुनाव (2015) के आंकड़े
कुल मतदाता - 1,84,936
कितने मत पड़े- 1,24,043
करतार सिंह तंवर (AAP)- 67,645
ब्रह्म सिंह तंवर (भाजपा)- 45,405
क्षेत्र के वार्ड- निगम पार्षद
सैदुल्लाजाब- संजय ठाकुर (भाजपा)
छतरपुर- अनीता तंवर (भाजपा)
आया नगर- वेदपाल (कांग्रेस)
भाटी- महेश तंवर (भाजपा)
क्षेत्र की विशेषता:-
वर्ष- 2008 में परिसीमन के बाद दक्षिणी दिल्ली की महरौली सीट दो हिस्सों में विभाजित हुई जिसके बाद छतरपुर नाम से नई विधानसभा बनी। महिपालपुर विस क्षेत्र का भी लगभग छह फीसदी क्षेत्र छतरपुर में शामिल किया गया था।
प्रमुख मुद्दे -
1. क्षेत्र के 18 गांवों में पीने के पानी की समस्या थी। कुछ गांवों में पहले पानी पहुंचाया भी गया लेकिन ठीक तरह से काम न होने के कारण सभी जगह पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है जिससे लोगों को परेशानी होती है। हर साल गर्मी के मौसम में यहां पानी के लिए मारामारी मचती है।
2. कई इलाकों में सीवर नहीं है। इस कारण स्थानीय लोगों को जलजनित बीमारियों का सामना करना पड़ता है। सीवर लाइन की समस्या के कारण जल भराव की भी समस्या होती है। अंबेडकर कॉलोनी समेत आया नगर, घिटोरनी आदि में सीवर की समस्या काफी गंभीर है।
3. जनसंख्या के हिसाब से क्षेत्र में आवश्यक सुविधाओं की कमी है। मध्य व दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाकों से कुछ किलोमीटर की ही दूरी होने के बावजूद छतरपुर क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों की स्थिति हरियाणा के दूर-दराज के गांवों जैसी है। गांवों की गलियों में खतरनाक ढंग से बिजली के तार लटकते रहते हैं।
जनता की राय-
अंबेडकर कॉलोनी में सीवर की समस्या सबसे गंभीर है। यहां पर सीवर न होने के कारण लोगों के घरों का पानी सड़कों पर भर जाता है इससे सड़कें टूट जाती हैं। वहीं, इस पानी की वजह से लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। इससे बीमारियां फैलती हैं। - आकाश गौड़, अंबेडकर कॉलोनी
जेवीटीएस कॉलोनी में पहले बरसाती पानी की निकासी की समस्या थी। हालांकि हाल ही में यहां पर नाला बनवाने के काम का शिलान्यास किया गया है। अब तो हमें इंतजार है कि जल्दी से यह काम पूरा हो जाए ताकि हमारी समस्या का पूरी तरह से समाधान हो सके। - संतोष मिश्रा, महासचिव, आरडब्ल्यूए छतरपुर
मैदानगढ़ी गांव आने-जाने के लिए इग्नू रोड पर जाम की समस्या काफी गंभीर है। इस पर सुबह से लेकर देर रात तक जाम लगा रहता है। गांव से निकलकर एमबी रोड तक आने में आधा घंटा से अधिक समय लग जाता है। इस समस्या का जल्द समाधान किया जाना चाहिए। - अमित सर्वेश, मैदानगढ़ी
मैदानगढ़ी गांव में आज तक कम्यूनिटी सेंटर नहीं बनवाया गया। इसकी वजह से गांव के लोगों को निजी फार्महाउसों में अपने बच्चों की शादी आदि के लिए जाना पड़ता है। लेकिन यह काफी महंगा पड़ता है। जाटव मोहल्ला में पानी की भी गंभीर समस्या है। - महावीर सिहं, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए, मैदानगढ़ी