Delhi Election 2020: पढ़िए तिलकनगर विधानसभा के AAP प्रत्याशी जरनैल सिंह का रिपोर्ट कार्ड
पहले इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला होता था लेकिन पिछले दो बार से आप आदमी पार्टी के जरनैल सिंह यहां के विधायक हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के पॉश इलाकों में एक तिलकनगर विधानसभा क्षेत्र का मुकाबला पिछले दो चुनावों से और भी दिलचस्प हो गया है। पहले इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला होता था, लेकिन पिछले दो बार से आप आदमी पार्टी के जरनैल सिंह यहां के विधायक हैं। जरनैल सिंह ने 2015 के चुनाव में बीजेपी के राजीव राजीव बब्बर को करीब 20 हजार वोट से हराया था।
इससे पहले 2013 में भी जरनैल सिंह ने जीत दर्ज की थी। खास बात यह है कि इस बार भी बीजेपी ने आप के जरनैल सिंह के खिलाफ राजीव बब्बर को ही मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस से रमिंदर सिंह स्वीटा हाथ आजमा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार राजीव को जीत मिल सकती है, क्योंकि इस संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा सांसद हैं। हालांकि पंजाबी बहुल क्षेत्र होने के कारण और दो बार से विधायक होने की वजह से जरनैल सिंह के भी जीतने की उम्मीद ज्यादा है। 2015 के चुनाव में इस क्षेत्र में 1,46,892 वोटर्स थे। इनमें 76,050 पुरुष और 70,836 महिला वोटर्स थे।
तीनों प्रत्याशियों का बैकग्राउंड
1. जरनैल सिंह : पूर्व पत्रकार जरनैल सिंह सिख-विरोधी दंगा मुद्दे के संबंध में पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम की ओर कथित रूप से जूते उछालने के कारण चर्चा में आए थे। इसके बाद जरनैल सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। जरनैल ने दिल्ली के राजौरी गार्डन सीट से 2014 में पार्टी की टिकट पर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली।
2. राजीव बब्बर : राजीब बब्बर तिलक नगर से तीन बार विधायक रहे ओपी बब्बर के बेटे और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष हैं। दो बार इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत हासिल नहीं हुई।
3. रमिंदर सिंह स्वीटा : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य और परचेज सब कमेटी के चेयरमैन थे। इनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों को देखते हुए अकाली दल ने पार्टी से बाहर करने का फैसला किया है।