Delhi Assembly Election 2020: रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि से भड़की कांग्रेस, BJP को ठहराया जिम्मेदार; AAP को भी घेरा
Delhi Assembly Election 2020सुभाष चोपड़ा ने कहा कि व्यावसायिक इस्तेमाल में आने वाले सिलेंडर की कीमतों में भी भारी इजाफा किया गया है। इससे अन्य कीमतें भी बढ़ेंगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि की कड़ी निंदा की है। उन्होंने भाजपा सरकार पर महंगाई रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने नव वर्ष पर एक सिलेंडर की कीमत में 19 रुपये का इजाफा करके यह साबित कर दिया है कि भाजपा जनविरोधी है। उन्होंने रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतें तुरंत वापस लेने की मांग की।
सुभाष चोपड़ा ने बुधवार को बयान जारी किया कि केंद्र के तमाम प्रयासों के बावजूद प्याज की कीमतों का कम न होना भी साफ दर्शाता है कि सरकार महंगाई रोकने में कोई रुचि नही ले रही है। इससे आम आदमी के बजट पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। सुभाष चोपड़ा ने कहा कि व्यावसायिक इस्तेमाल में आने वाले सिलेंडर की कीमतों में भी भारी इजाफा किया गया है। इससे चाय व अन्य खाने पीने की वस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ेंगे। मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि केंद्र के इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ बृहस्पतिवार को पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में धरना देंगे। शर्मा ने यह भी कहा कि भाजपा जब -जब देश में शासन में आई है, मंहगाई बढ़ी है क्योंकि उनकी रुचि केवल पूंजीपतियों का विकास करने में है। आम आदमी को राहत देने में भाजपा की कोई रुचि नही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की मजबूत स्थिति से बौखलाई भाजपा आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर कांग्रेस को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है। वे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल किया कि नागरिकता संशोधन कानून के संसद में आने के बाद चार दिन तक उन्होंने अपनी चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी? चोपड़ा ने कहा कि आप भाजपा की ही बी टीम है, इसलिए उसका नैतिक समर्थन इस विधेयक के साथ है। उन्होंने यह भी दोहराया कि कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून का न केवल पूरी शक्ति से विरोध कर रही है, बल्कि राजधानी में इस कानून के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलनों का भी समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि वे शाहीनबाग में महिलाओं व छात्रों के शांति पूर्ण आंदोलन में शामिल हुए थे। कांग्रेस उन सभी छात्रों का समर्थन करती है जो इस विभाजनकारी कानून का विरोध कर रहे हैं।