Delhi Assembly Election 2020: सर्वे में मिल रहीं कांग्रेस को दर्जनभर सीटें, जानिए- क्या कहता है सट्टा बाजार
Delhi Assembly Election 2020 सर्वे में इतनी सीटें देख कांग्रेसी भले ही बहुत खुश नहीं हों लेकिन संतुष्ट अवश्य दिख रहे हैं।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Assembly Election 2020 : चुनावी सरगर्मियों के बीच शीला दीक्षित के नेतृत्व में लगातार 15 सालों तक दिल्ली की सत्ता पर राज करने वाली कांग्रेस ने एक सर्वे कराकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में करीब एक दर्जन सीटें मिलने का दावा किया है। सट्टा बाजार भी इस बार दिल्ली में कांग्रेस के खाता खुलने का दावा कर रहा है, यह बात अलग है कि सट्टा बाजार पार्टी को चार से पांच सीटें दे रहा है। सर्वे में इतनी सीटें देख कांग्रेसी भले ही बहुत खुश नहीं हों लेकिन संतुष्ट अवश्य दिख रहे हैं। कारण, इस सर्वे को देखते हुए कांग्रेसी दावा करने लगे हैं कि ऐसा हुआ तो दिल्ली की सत्ता की चाबी उनके हाथ में हो सकती है और सत्ता में उनकी हिस्सेदारी भी संभावित है।
पीसी चाको व सुभाष चोपड़ा किसी के भी साथ गठबंधन की संभावना से साफ इनकार कर चुके हैं, लेकिन चुनाव के बाद हालातों को लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। सीएए और एनआरसी के मुद्दे को कांग्रेस ने जिस तरह से हवा दी है, उससे पार्टी को मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में जीत सुनिश्चित लग रही है।
सीएम पद के उम्मीदवार पर कांग्रेस में चुप्पी
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर भारतयी जनता पार्टी की तरह कांग्रेस भी चुप है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए बगैर ही मैदान में उम्मीदवार उतारेगी। इसके पीछे कहा जा रहा है कि कांग्रेस पहले विधानसभा में जीरो सीटों के टैग से मुक्त होना चाहती है।
25 सीटों पर होंगे नए चेहरे.
सूत्रों के मुताबिक इस बार दिल्ली की 70 में से कम से कम 25 सीटों पर कांग्रेस नए चेहरों पर दांव लगा सकती है। कुछ पूर्व विधायकों के साथ-साथ दिल्ली में कांग्रेस ऐसे प्रत्याशियों को भी टिकट देगी, जो पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। 70 सीटों के लिए तकरीबन 400 दावेदार हैं।