Delhi Assembly Election 2020: BJP का नया प्लान पड़ेगा- AAP-कांग्रेस पर भारी
आरक्षित सीटों के साथ ही अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी अनुसूचित जाति का समर्थन हासिल करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भाजपा ने रणनीति तैयार कर ली है। जनसंपर्क अभियान चलाने के साथ ही इन क्षेत्रों में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। आरक्षित सीटों के साथ ही अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी अनुसूचित जाति का समर्थन हासिल करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में तालकटोरा स्टेडियम में सम्मेलन होगा जिसमें दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ता शामिल होंगे।
12 सीटों पर है पार्टी की पकड़ कमजोर
12 आरक्षित सीटों पर भाजपा की पकड़ कमजोर मानी जाती है। अपनी इस कमी को दूर करने के लिए भाजपा रणनीतिकारों ने काम शुरू कर दिया है। शुक्रवार शाम को प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल गिहारा की अध्यक्षता में पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई।
ऐसे काम करेगा फार्मूला
उन्होंने बताया कि आरक्षित सीटों पर घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करने का फैसला किया गया है। 15 दिसंबर तक अनुसूचित जाति से संबंधित अलग-अलग जातियों के सम्मेलन करने का लक्ष्य रखा गया है। छह दिसंबर को बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सभी विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।
नहीं रहेगी कोई कमी
चुनावी तैयारी में किसी तरह की कमी न रह जाए इसके लिए वरिष्ठ नेताओं की टोली बनाई गई है।
उन्होंने बताया कि इन बस्तियों में लगभग दस हजार बैठकें करने का लक्ष्य रखा गया है। नेताओं ने बताया कि लोकसभा चुनाव के पहले भी अनुसूचित जातियों को जोड़ने के लिए रामलीला मैदान में खिचड़ी सम्मेलन के साथ ही दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम, अनुसूचित जाति मोर्चा के वरिष्ठ नेता रमेश चंद्र रत्न, पूर्व महापौर योगेंद्र चंदोलिया, मोर्चा महामंत्री राहुल गौतम, आनंद राजपाल एवं कर्मचंद कर्मा सहित अन्य नेता मौजूद थे।