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भाजपा का 'त्रिस्तरीय व्यूह' खत्म करेगा दिल्ली में सत्ता का 21 वर्षो का वनवास!

भाजपा नेता धर्मवीर सिंह ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता बूथ जीतो चुनाव जीतो के मंत्र को आधार बनाकर काम कर रहे हैं। प्रत्येक बूथ पर 51 फीसद वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 12:43 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 12:43 PM (IST)
भाजपा का 'त्रिस्तरीय व्यूह' खत्म करेगा दिल्ली में सत्ता का 21 वर्षो का वनवास!
भाजपा का 'त्रिस्तरीय व्यूह' खत्म करेगा दिल्ली में सत्ता का 21 वर्षो का वनवास!

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भारतीय जनता पार्टी ने देश की राजधानी दिल्ली के प्रदेश चुनावों की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी है। भाजपा की नजर अब दिल्ली की सत्ता पर है और पार्टी दिल्ली में 21 वर्षो का वनवास खत्म करने के लिए बूथ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे रही है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि बूथ मजबूत करके ही आम आदमी पार्टी (आप) के सामने कड़ी चुनौती पेश की जा सकती है। इसे ध्यान में रखकर बूथ स्तर पर त्रिस्तरीय व्यूह रचना की गई है।

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शहरी केंद्र प्रमुख, पंच परमेश्वर और गठ प्रमुखों की तैनाती करके ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को पार्टी के साथ जोड़ने की योजना है। इस माह के अंत तक तीनों स्तर पर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं की तैनाती कर दी जाएगी।

37 सौ शहरी केंद्र प्रमुखों की तैनाती 

एक शहरी केंद्र में तीन से पांच बूथ होते हैं। भाजपा ने लगभग 37 सौ शहरी केंद्र प्रमुखों की तैनाती की है। पिछले सप्ताह प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में शहरी केंद्र प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित करके उन्हें उनके कार्य की जानकारी दी गई है। उन्हें अपने क्षेत्र में भाजपा के नए सदस्यों से संपर्क स्थापित करने के साथ ही पंच परमेश्वर की तैनाती करने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रत्येक बूथ पर कम से कम एक सौ नए मतदाता बनाने का भी लक्ष्य दिया गया है। पंच परमेश्वर के साथ नियमित बैठक करके बूथ स्तर पर चुनावी कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। शहरी केंद्र प्रमुख अपने कार्यक्षेत्र में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, धार्मिक संस्थाओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ संपर्क करके उन्हें भाजपा के साथ जोड़ेंगे।

पंच परमेश्वर में बूथ स्तर पर पांच कार्यकर्ताओं की टोली होती है। बूथ प्रमुख इसका नेतृत्व करता है। उसकी देखरेख में बूथ स्तरीय गतिविधियां संचालित होंगी। वहीं, एक वरिष्ठ कार्यकर्ता को बूथ पालक बनाया जाता है जो कि सलाहकार की भूमिका में होता है। एक कार्यकर्ता को बूथ लेवल एजेंट (बीएलए-2) बनाया जाता है जिसकी जिम्मेदारी मतदाता सूची की जांच और नए लोगों को इसमें शामिल करना है। इसके साथ ही एक महिला कार्यकर्ता और एक युवा कार्यकर्ता को भी पंच परमेश्वर की टीम में शामिल किया जाता है।

गठ प्रमुख के पास दस घरों की जिम्मेदारी 

सबसे अंतिम स्तर पर गठ प्रमुखों की तैनाती की जा रही है। एक गठ प्रमुख के पास दस घरों की जिम्मेदारी होगी। इन घरों में नियमित संपर्क करने के साथ ही इनका मतदान सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी गठ प्रमुख की होगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि शक्ति केंद्र प्रमुखों के साथ ही अधिकांश बूथ पर पंच परमेश्वर और गठ प्रमुखों की भी तैनाती कर दी गई है। इस माह के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद एक से दस जनवरी तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में गठ प्रमुखों के सम्मेलन आयोजित होंगे।

भाजपा नेता धर्मवीर सिंह ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता बूथ जीतो चुनाव जीतो के मंत्र को आधार बनाकर काम कर रहे हैं। प्रत्येक बूथ पर 51 फीसद वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की गई है। शहरी केंद्र प्रमुख अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर लक्ष्य हासिल करने के लिए रणनीति बनाकर चुनावी गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगे।

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