एबीवीपी का संकल्प, ठीक करेंगे परिसर पाठ्यक्रम, प्रवेश, परीक्षा और परिणाम
छात्रों को वाई-फाई की सुविधा साउथ कैंपस में स्पोट्र्स कांप्लेक्स स्थापित करने सभी कॉलेजों के पाठ्यक्रम में एक समान फीस को लागू करने के लिए काम करेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। All India Student Council: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। एबीवीपी ने संकल्प उठाया है कि वह फाइव पी मॉडल परिसर, पाठ्यक्रम, प्रवेश, परीक्षा और परिणाम के लिए काम करेंगे। साथ ही छात्रों को वाई-फाई की सुविधा, साउथ कैंपस में स्पोट्र्स कांप्लेक्स स्थापित करने, सभी कॉलेजों के पाठ्यक्रम में एक समान फीस को लागू करने के लिए काम करेंगे।
2022 में डीयू करेगा 100 साल पूरे
एबीवीपी का लक्ष्य है कि 2022 में डीयू को स्थापित हुए 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसलिए डीयू को दुनिया की 200 सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में लाने के लिए और मानव संसाधन विकास मंत्रलय (एमएचआरडी) की नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में ऊंची रैंक में लाने के लिए काम करेंगे। शनिवार को एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी प्रदीप तंवर, सचिव पद के प्रत्याशी योगित राठी, संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी शिवांगी खरवाल, राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी और संगठन के दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने घोषणापत्र को जारी किया।
कैंपस में बेहतर सुविधा मिलेंगी
मोनिका चौधरी ने कहा कि डूसू में आने पर हम कैंपस को बेहतर करने का पहला काम करेंगे। कैंपस में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, पुस्तकालयों में सुविधाएं, वैज्ञानिक शोधों को बढ़ावा देने के लिए अतिआधुनिक प्रयोगशालाएं, नशामुक्त कैंपस और दिव्यांग छात्रों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराने के लिए काम करेंगे।
फिट इंडिया के लिए भी होगा काम
फिट इंडिया की अवधारणा पर सभी कॉलेजों में स्वास्थ्य के लिए एक सोसाइटी गठित करने के लिए काम करेंगे। साथ ही पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली में स्थापित कॉलेजों को कैंपस का दर्जा मिले, इसके लिए भी काम करेंगे।
पाठ्यक्रम के सुधार में हो छात्रों का प्रतिनिधित्व
एबीवीपी के दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि नए कॉलेजों को खुलवाने, नए छात्रवास के निर्माण कराने के लिए काम करेंगे। यूनिवर्सिटी स्टेडियम, पोलो ग्राउंड और अन्य खेल के मैदानों में छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिले, इसके लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में किसी भी तरह से कोई बदलाव किया जाता है तो उसकी समीक्षा की जाए। साथ ही पाठ्यक्रम में सुधार के लिए डिबेट की जाए।
अनुसूचित जाति ओबीसी छात्रों छात्रवृत्ति बढ़ाने का होगा प्रयास
पाठ्यक्रम में सुधार के लिए छात्रों का भी प्रतिनिधित्व हो, इसकी मांग कर रहे हैं। प्लेसमेंट को बढ़ाने के भी प्रयास किए जाएंगे। डीयू में छात्रों को प्रवेश में दिक्कत न आए इसके लिए विशेष दाखिला ड्राइव शुरू करने का प्रयास करेंगे। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति को बढ़ाने का प्रयास करेंगे।