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Delhi Election Result 2020: ताबड़तोड़ रैलियां रहीं बेनतीजा, स्थानीय मुद्दों पर जनता ने दिया 'आप' का साथ

Delhi Election Result 2020 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में चुनावी सभाएं कीं और मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 09:11 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 09:11 PM (IST)
Delhi Election Result 2020: ताबड़तोड़ रैलियां रहीं बेनतीजा, स्थानीय मुद्दों पर जनता ने दिया 'आप' का साथ
Delhi Election Result 2020: ताबड़तोड़ रैलियां रहीं बेनतीजा, स्थानीय मुद्दों पर जनता ने दिया 'आप' का साथ

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विधानसभा का चुनाव कई मायनों में बेहद ख़ास रहा। नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) और एनआरसी के विरोध को लेकर देशभर में जिस तरह का माहौल बना हुआ था, राजधानी भी उससे अछूती नहीं थी। सीएए और एनआरसी के विरोध चल रही हवा का इस्तेमाल सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी सहूलियत के हिसाब से करने की कोशिश की, जिसे चुनौवी रैलियों में महसूस किया गया। हालांकि चुनावी नतीजे बता रहे हैं कि दिल्ली की जनता ने ऐसी सभी कोशिशों को करारा जवाब दिया है।

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भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कई स्टार प्रचारकों को रैलियों में उतारा। इनमें ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के कई मंत्री शामिल थे। इंडिया टुडे के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव के लिए 13 दिन कैम्पेन किया और 33 सभाएं कीं। उन्होंने 8 रोड शोज़ भी किये थे। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 54 सभाएं और रोड शोज़ किये। अमित शाह ने डोर टू डोर अभियान में भी हिस्सा लिया था।

चर्चित बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र में 26 जनवरी को उन्होंने रैली की थी। इस रैली में उन्होंने अपील की थी कि इतनी ज़ोर से बटन दबाना कि करंट शाहीन बाग में लगे। बाबरपुर सीट आम आदमी पार्टी के खाते में चल गयी। एक अनुमान के अनुसार, अमित शाह ने दिल्ली के विभिन्न विधानसभा इलाकों में ताबड़तोड़ रैलियां की थीं, जिनकी संख्या दर्ज़नभर से अधिक हो सकती है। मगर, यह रैलियां भाजपा को सीटें नहीं दिलवा सकीं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों ने ज़रूर भाजपा को दो सीटें दिलवा दीं। मोदी ने शाहदरा और द्वारका क्षेत्रों में रैलियां की थीं, जिनका असर इनके विधानसभा क्षेत्रों में नज़र आया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में लगातार चार दिनों तक दिल्ली में चुनावी सभाएं कीं। उन्होंने 12 रैलियों को सम्बोधित किया।

विकासपुरी क्षेत्र में आयोजित रैली में योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा था कि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को अरविंद केजरीवाल की बिरयानी खिलाते हैं। शाहीन बाग इलाका ओखला विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने 40 से अधिक सभाएं कीं। पार्टी मनोज तिवारी के ज़रिए पूर्वांचल के लोगों के वोटों को खींचना चाहती थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संगम विहार में एनडीए की एक साझा रैली को सम्बोधित किया। 

प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने कई इलाकों में सभाएं कीं, मगर मतदाताओं ने कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दिलवाई।

चुवाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर शानदार जीत दर्ज़ की है, जबकि भाजपा के हिस्से 8 सीटें आयी हैं। 2015 के मुकाबले आप को 5 सीटों का नुक़सान हुआ है, जबकि बीजेपी को 5 सीटें की बढ़त हासिल हुई है। कांग्रेस का खाता इस बार भी नहीं खुला। 


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