कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी सीपीआई-एम देश की प्रमुख राष्ट्रीय पार्टियों में एक है। 1964 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से अलग होकर इसका निर्माण हुआ था। इस समय केरल में पार्टी की सरकार है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र,ओडिशा, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में भी इसके विधायक हैं। पार्टी ने लगातार तीन दशक से अधिक समय तक पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में शासन किया। पार्टी की निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी इकाई पोलिट ब्यूरो है। सीताराम येचुरी इसके वर्तमान सेक्रेटरी जनरल हैं। इसकी छात्र इकाई एसएफआई है और लोकसभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या 9 है।
“प्रधानमंत्री की जाति कैसे प्रासंगिक है? उन्होंने कभी जाति की राजनीति नहीं की। उन्होंने केवल विकासात्मक राजनीति की है। वह राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं। जो लोग जाति के नाम पर गरीबों को धोखा दे रहे हैं वे सफल नहीं होंगे। ऐसे लोग जाति की राजनीति के नाम पर केवल दौलत बटोरना चाहते हैं। बीएसपी या आरजेडी के प्रमुख परिवारों की तुलना में प्रधानमंत्री की संपत्ति 0.01 फीसद भी नहीं है।„
अन्य बयान“मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूं। मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूं। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझ में सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।„
अन्य बयान“हमारे किसान हमारी शक्ति और हमारा गौरव हैं। पिछले पांच साल में मोदी जी और भाजपा ने उन्हें बोझ की तरह समझा और व्यवहार किया। भारत का किसान अब जाग रहा है और वह न्याय चाहता है„
अन्य बयान“आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है, लेकिन कांग्रेस, डीएमके और उनके महामिलावटी दोस्त इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाराज हैं„
अन्य बयान“जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लालू जी से मिलने उनके और तेजस्वी यादव के आवास पर पांच बार आए थे। नीतीश कुमार ने वापस आने की इच्छा जताई थी और साथ ही कहा था कि तेजस्वी को वो 2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और इसके लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दें।„
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