छत्तीसगढ़ में क्या गुल खिलाएगी साइकिल पर आरी की सवारी
दो क्षेत्रीय पार्टी सपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस बार छत्तीसगढ़ के चुनावी रण में गठबंधन कर उतरने वाली है।
रायपुर (श्रीशंकर शुक्ल)। छत्तीसगढ़ के चुनावी रण में पहली बार दो क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन करने जा रही हैं। इनमें से एक आरी चुनाव चिन्ह वाली छत्तीसगढ़ की गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोगंपा) है। दूसरी उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर हुई साइकिल छाप समाजवादी पार्टी। मंगलवार को लखनऊ में हुई बैठक में चुनावी गठबंधन फाइनल हो गया है। दो अलग-अलग प्रदेशों की इन पार्टियों का राज्य की चुनावी सियासत पर कितना असर पड़ेगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन चुनावी आंकड़ों का इतिहास कह रहा है कि दोनों पार्टियों के ज्यादतार प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाते रहे हैं।
सपा के खाते में एक फीसद भी वोट नहीं
सपा छत्तीसगढ़ के हर चुनाव में प्रत्याशी खड़े करती है, लेकिन किसी भी सीट पर उसका असर नहीं दिखता। बीते तीन चुनाव में पार्टी एक फीसद भी वोट हासिल नहीं कर पाई है। 2003 में सपा ने 52 सीटों पर चुनाव लड़ा। सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। पार्टी को कुल 0.95 फीसद वोट मिले। 2008 में यह आंकड़ा घटकर 0.53 पर आ गया और बीते चुनाव में पार्टी को प्राप्त वोटों का फीसद 0.29 पर आ गया।
गोगंपा कुछ सीटों पर तीसरे-चौथे नंबर पर, लेकिन वोट बेहद कम
जमानत नहीं बचा पाने के मामले में गोगंपा का भी ट्रेक रिकार्ड ठीक नहीं है। पार्टी के अध्यक्ष हीरा सिंह के अलावा कोई भी प्रत्याशी जमानत नहीं बचा पता है। हालांकि कुछ सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी दूसरे-तीसरे नंबर पर रहते हैं, लेकिन उन्हें पांच हजार से भी कम वोट मिलते हैं।