छत्तीसगढ़: किसानों व आदिवासियों को साधने अब मैदान में उतरेगी कांग्रेस, शिरकत करेंगे राहुल
राहुल गांधी किसानों और आदिवासियों के कम से कम एक-एक सम्मेलन में भी शिकरत करेंगे।
रायपुर, नईदुनिया, राज्य ब्यूरो। भाजपा सरकार ने धान पर बोनस बांटने के लिए 24 सौ करोड़ का अनुपूरक बजट क्या लाया, कांग्रेस ने न केवल किसान, बल्कि आदिवासियों के साथ छलावे की तान छेड़ दी है। अब कांग्रेस सीधे जंगल, पहाड़ और खेत में पहुंचकर किसानों व आदिवासियों को साधने और भाजपा का वोट बैंक काटने का काम करेगी। इसके लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी यहां आएंगे। अक्टूबर से नवंबर के बीच छत्तीसगढ़ की 17 से 20 विधानसभा सीटों में उनका दौरा होने की संभावना है। इस बीच राहुल गांधी किसानों और आदिवासियों के कम से कम एक-एक सम्मेलन में भी शिकरत करेंगे। आदिवासी कांग्रेस और किसान कांग्रेस इसकी तैयारी में लगे हैं।
प्रदेश की जनता को साधने के लिए भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का लगातार दौरा हो रहा है। अभी 21 सितंबर को अमित शाह आ रहे हैं, अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम जांजगीर-चांपा में रखा गया है। कांग्रेस ने भी राहुल गांध्राी का कई किश्तो में दौरा कराने की तैयारी शुरू कर दी है। राहुल के दौरे में किसान, आदिवासी और अनुसूचित जाति के वोटरों पर फोकस होगा। उनका दौरा शुरू होने से पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मैदान में उतरकर माहौल बनाएंगे। एक तरफ किसानों को साधने के लिए किसान अधिकार यात्रा निकाली जाएगी तो दूसरी तरफ आदिवासियों के लिए जंगल सत्याग्रह चलेगा। किसान अधिकार यात्रा का सम्मेलन बिलासपुर या दुर्ग संभाग में हो सकता है, जबकि जंगल सत्याग्रह की सभा सरगुजा या बस्तर संभाग में कराई जाएगी।
किसान अधिकार यात्रा
किसान कांग्रेस ने किसान अधिकार यात्रा का प्रस्तावित कार्यक्रम बनाकर पीसीसी को दे दिया है। उस पर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल की स्वीकृति का इंतजार है। किसान अधिकार यात्रा के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता ग्रामीण क्षेत्रों में जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि सरकार ने 21 सौ स्र्पये समर्थन मूल्य और 300 स्र्पये बोनस देने की घोषणा की थी, लेकिन कुल मिलाकर 2050 स्र्पये ही दे रही है। बीमा के नाम पर ठगा गया है। एक-एक दाना की खरीदी का वादा करके प्रति एकड़ 15 क्विंटल की खरीद कर रहे। प्रदेश के पूरे किसानों का पंजीयन तक नहीं किया है।
जंगल सत्याग्रह
जंगल सत्याग्रह का एक चरण कांग्रेस ने पूरा कर लिया है, दूसरा चरण नौ सितंबर से शुरू होना था, लेकिन भारत बंद के चलते उसे टालना पड़ा। यह भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा। जंगल सत्याग्रह के दौरा पार्टी के आदिवासी नेता आदिवासी बहुल विकासखंडों में जाते हैं और आदिवासियों को बताते हैं कि किस तरह से भाजपा सरकार उनके जल, जंगल और जमीन पर डाका डाल रही है। पेसा एक्ट और वनाधिकार नियम का उल्लंघन हो रहा। उद्योगपतियों को जमीन औने-पौने दाम पर दिलाई जा रही है। आदिवासी इलाकों में न स्वास्थ्य सुविधा है, न ही शिक्षा की व्यवस्था।
गुजरात की तर्ज पर करेंगे दौरा, पीसीसी से मांगा रोडमैप
गुजरात चुनाव में राहुल गांधी ने जिस तरह से ताबड़तोड़ दौरे किए थे, उसी तरह से छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और मिजोरम का भी दौरा करेंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने चारों की कांग्रेस कमेटी से रोडमैप मांगा है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि चारों राज्यों का रोडमैप मिलने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी राहुल गांधी का कार्यक्रम तैयार करेगी। तब, राज्यों से भेजे गए रोडमैप में बदलाव भी हो सकता है, क्योंकि चार राज्यों का कार्यक्रम आगे-पीछे किया जाएगा।
मंदिरों में टेकेंगे मत्था
इस बार राहुल गांधी प्रदेश के कुछ प्रमुख मंदिरों में भी जा सकते हैं। पार्टी संकल्प यात्रा भी शुरू करने वाली है। दुर्ग संभाग में डोंगरगढ़, बिलासपुर संभाग में रतनपुर महामाया मंदिर और सरगुजा संभाग में अंबिकापुर महामाया मंदिर से शुरू करने का विचार हुआ है। इसमें से किसी एक संभाग की यात्रा में राहुल गांधी शामिल होंगे।