CG Election 2018: जब 35 किलो के बम के ऊपर से गुजरी 32 मतदानकर्मियों की गाड़ी
CG Election 2018: ईश्वर का शुक्र कि धमाका नहीं हुआ। इसे बाद में बीएसएफ के जवानों ने बरामद कर निष्क्रिय कर दिया।
बीजापुर। विधानसभा चुनाव कराने के बाद करीब 90 फीसदी मतदान दल जिला मुख्यालय लौट आए हैं। इनमें से कई ने सफर के दौरान हुए रोमांचक अनुभव सुनाए। भोपालपटनम इलाके से सकुशल लौटे मतदान कर्मी बताते हैं कि पोलिंग बूथ तक पहुंचने से पहले उनकी पूरी टीम बारेगुड़ा मार्ग पर मौत के मुंह से गुजर गई। यह बात उन्हें बाद में पता चली कि उनकी पूरी गाड़ी सड़क मार्ग पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए 35 किलो के बम के ऊपर से गुजर गई। ईश्वर का शुक्र कि धमाका नहीं हुआ। इसे बाद में बीएसएफ के जवानों ने बरामद कर निष्क्रिय कर दिया। सुकून की बात तो यह है कि नक्सली किसी बड़े हमले को अंजाम देकर अपने मंसूबों पर कामयाब तो नहीं हो पाए।
इस चुनाव के दौरान कुछ ऐसे पोलिंग बूथ भी थे जहां तक पहुंचने और लौटने के लिए मतदान कर्मी व जवानों को कंधे पर ईवीएम मशीन रख कर 20- 20 किमी का सफर पैदल ही तय करना पड़ा। उन्हें वापसी में भी उतनी ही दूरी तय करनी पड़ी।
मतदान कर्मी बताते हैं कि उन्हें कहीं तो भरपेट भोजन मिला पर कहीं- कहीं भूखे ही रहना पड़ा। जिले के भोपालपटनम ब्लाक के बारेगुडा क्षेत्र से लौटे एक मतदान कर्मी ने बताया कि आठ मतदान दल के कुल 32 कर्मचारियों को 15 किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा था।
वहीं फरसेगढ़, कुटरू, भैरमगढ़ और बेदरे के कर्मचारियों को भी रविवार- सोमवार की दरम्यानी रात तीन बजे उठकर 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। एक दल बीस किमी चल कर भिरियाभूमि के मतदान केंद्र में पहुंचा तो पता चला कि वहां भीतर नक्सलियों ने बम लगा रखा है। इसके बाद जवानों ने पहले स्कूल को चारों तरफ से सील कर दिया। फिर बाहर पेड़ के नीचे बूथ बनाकर मतदान करवाया गया।