CG Chunav 2018: अबूझमाड़ में नक्सल खौफ पर भारी मतदान का जुनून, चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात
CG Chunav 2018: मतदान करने के लिए जिला मुख्यालय और आसपास बस चुके अबूझमाड़िए पैदल चलकर एक दिन पहले आकाबेड़ा पहुंच रहे हैं।
नारायणपुर, नईदुनिया न्यूज। घोर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ में नक्सल खौफ पर लोकतंत्र के पर्व का जुनून देखते बनता है। खौफ अपनी जगह लेकिन अपनी सरकार बनाने की जिद और जुनून दूर जा बसे अबूझमाड़ियों को भी खींच ला रही है।
इधर मतदान कराने के लिए आसमान के बीच रास्ता बनाकर उड़नखटोला से नक्सलगढ़ पहुंचे मतदान कर्मी चाक चौबंद सुरक्षा देखकर राहत की सांस ले रहे। कड़ाके की ठंड के बीच उनकी रात काटी। अब मतदान कराने की तैयारी है।
आकाबेड़ा मतदान केंद्र के मतदान दलों ने बताया कि ठंड से बचने के लिए जितना कपड़ा घर से लाए थे, वह अबूझमाड़ की ठंड में काम नहीं आया। मतदान केंद्र पहुंचने से पहले मतदान दल को जंगल और पहाड़ियों के बीच बसे कैंप में ठहराया गया। सुरक्षाबलों के बीच कैंप में पहली बार रात गुजारने के सवाल पर मतदान कर्मी खुलकर बोलने से हिचकिचाते रहे, लेकिन जब पूछा गया कि कितने लोगों ने रात में भरपूर नींद ली तो दल के अधिकतर लोगों ने इशारा कर बताया कि वे पूरी रात ठीक से नहीं सो पाए।
रविवार की शाम रामकृष्ण मिशन आश्रम में मतदान कक्ष की व्यवस्था कर रहे दल के लोगों से जब हेलीकॉप्प्टर के बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि जैसे ही हेलीकॉप्टर में बैठकर हवा में उड़े तो भगवान याद आते रहे। जब धरती में पैर जमे तो उन्होंने राहत की सांस ली और जान में जान वापस आई। आकाबेड़ा के आश्रम में कोडलियार मतदान केंद्र में नैयनेपारा, बकोपारा, कोडलियर खास, कोडलियर स्कूल पारा, कटटाकाल, पेरवीलीपारा, किसकलपारा, डुमनार, गुरदई, उसेली, भटनार के मतदाता वोट डालने के लिए आएंगे।
वहीं कुतुल के केंद्र में कस्तूरमेटा, उसेबेड़ा, नेलांगुर, कुतुल स्कूलपारा, खासपारा, घोटूलपारा, पाखूर गांव के मतदाताओं को वोट डालने के लिए आकाबेड़ा आना है। इन गांवों में नक्सलियों का दवाब ज्यादा होने से राजनीतिक दल प्रचार करने के लिए नहीं पहुंच सके।
एक दिन पहले ही पैदल पहुंच रहे मतदाता
मतदान करने के लिए जिला मुख्यालय और आसपास बस चुके अबूझमाड़िए पैदल चलकर एक दिन पहले आकाबेड़ा पहुंच रहे हैं। शहर से गांव पहुंचने वाले ग्रामीणों को चुनाव के बारे में पूरी जानकारी है। वे सभी पार्टियों के घोषणापत्र और प्रत्याशियों पर चर्चा भी कर रहे हैं।
हर गांव में तैनात हुई फोर्स
जिला मुख्यालय से लेकर आकाबेड़ा तक जहां- जहां नजर पड़ रही थी वहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान सड़क और जंगल के बीच तैनात नजर आए। कुकड़ाझोर कैंप और आकाबेडा कैंप में हर आने-जाने वाले व्यक्ति की सघन तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा के चलते आकाबेड़ा मतदान केंद्र की घेराबंदी की गई है। मतदान दल के लोगों को भी बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।