वोट मेरा अधिकार, जब तक चलेगी सांस तब तक करेंगे मतदान
वोट मेरा अधिकार है। जब तक सांस चलेगी मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान का फीसद भले ही कम रहा है।
मुजफ़्फरपुर। वोट मेरा अधिकार है। जब तक सांस चलेगी मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान का फीसद भले ही कम रहा है। लेकिन, बुजुर्गो के मतदान करने के जब्बे को देख उनके कीमती वोट का महत्व आम लोगों को समझ में आ जाना चाहिए। तीसरे चरण के मतदान के दौरान कुढ़नी, सकरा व मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर कई वृद्धजन मतदान करने के लिए उत्साहित दिखे। भले ही उनके शरीर में पीड़ा रही, लेकिन पहले मतदान फिर जलपान को सत्य साबित कर रहे थे। कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के बसौली गांव की 100 साल की रेशमी देवी को चलने में दिक्कत है। वोट देने की बारी आई तो उनके अंदर हिम्मत आ गई। इच्छा जताई कि जिदा हती त वोट देम। यह सुनते ही पोता ने दादी को गोद में उठाकर बसौली पंचायत भवन स्थित मतदान केंद्र पहुंचा। सुरक्षाकर्मियों के सहयोग से उन्हें केंद्र के अंदर पहुंचाया तो वोट देने की उनकी इच्छा पूरी हुई। इसके बाद पोता ने फिर उन्हें गोद में उठाया और घर तक पहुंचाया। पुरुषोत्तमपुर में 92 साल की मंझरिया देवी लाठी के सहारे मतदान केंद्र तक पहुंचीं। पारामिलिट्री के जवानों ने उन्हें सहारा देकर मतदान कराया। बोलीं जब तक सांस चलतई वोट देम। सकरा विधानसभा के योगिनी में 80 साल की मुनिया देवी ने भी वोट किया। मुजफ्फरपुर विस क्षेत्र के डुमरी मतदान केंद्र पर 80 साल की वीणा देवी व 82 साल की सितविया देवी लाठी के सहारे पहुंचीं और मताधिकार का प्रयोग किया। इसी तरह विभिन्न मतदान केंद्रों पर कई वृद्धजनों के वोट देने के जब्बे को देख सुरक्षाकर्मियों व अन्य लोगों ने सलाम कर उनके हौसले को बुलंद किया।