Bihar, Samastipur Election: नॉमिनेशन के चौथे दिन छह प्रत्याशियों ने भरा पर्चा, नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मोहिउद्दीन नगर के रणधीर गिरफ्तार
Bihar Samastipur Election नामांकन के चाैथे दिन छह प्रत्याशियों ने अपनी नामजदगी के पर्चे दाखिल किए। हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक राज कुमार राय ने पर्चा दाखिल किया। वहीं नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मोहिउद्दीन नगर के रणधीर गिरफ्तार हुए।
समस्तीपुर, जेएनएन। नामांकन के चाैथे दिन छह प्रत्याशियों ने अपनी नामजदगी के पर्चे दाखिल किए। हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक राज कुमार राय ने पर्चा दाखिल किया। वहीं विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक राम बालक सिंह समेत चार ने नामजदगी के पर्चे दाखिल किए। माकपा नेत्री सह बक्सर की पूर्व विधायक मंजू प्रकाश वर्मा ने बतौर निर्दल प्रत्याशी नामांकन किया। वे बक्सर से दो बार विधायक रह चुकी हैं। जबकि विभूतिपुर से उनके पति रामदेव वर्मा कई दफे विधायक चुने जा चुके हैं। इसके अलावा विश्वनाथ चौधरी एवं अमरजीत ठाकुर ने भी बतौर निर्दल प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल किया। मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र से भाई रणधीर ने राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (सत्य) से नामांकन पत्र भरा। हालांकि बाद में पुलिस ने एक मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में गिरफ्तार हुए भाई रणधीर
मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र से सोमवार को सिर्फ एक प्रत्याशी ने अपने नामांकन पत्र का पर्चा भरा। मोहिउद्दीन नगर निवासी भाई रणधीर ने अपना यह पर्चा राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (सत्य) की ओर से दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के पश्चात भाई रणधीर को सड़क जाम के एक मामले में नामजद होने के कारण गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उक्त आशय की जानकारी पटोरी के एएसपी विजय कुमार ने दी। ज्ञात हो कि भाई रणधीर नमामि गंगे की ओर से गंगा सफाई तथा पर्यावरण के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन पूर्व में कर चुके हैं। साथ ही जनसमस्याओं को लेकर लगातार क्षेत्र में संघर्ष करते रहे। ]
इसी दौरान इस वर्ष फरवरी माह में हत्या की एक घटना के पश्चात मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र में सड़क जाम किया गया था। इसमें इन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया था। रणधीर ने बताया कि फरवरी माह में हुई इस घटना के बाद यदि प्राथमिकी दर्ज की गई तो उन्हें इसकी सूचना तक नहीं थी कि उन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उनका कहना है कि आठ माह बाद नामांकन के समय उन्हें इसकी जानकारी हुई और तब उन्हें गिरफ्तार किया गया।