अयोध्या में राम मंदिर बन रहा, उसी तरफ बिहार में बनेगा माता सीता का भव्य मंदिर : चिराग पासवान
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के चुनाव के लिए प्रचार का सोमवार को अंतिम दिन था। बेलागंज के पड़ाव मैदान पर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान अपने पार्टी के प्रत्याशी रामाश्रय शर्मा के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे।
बेलागंज, जागरण संवाददाता। जातपात की चंगुल से बाहर निकलिए। अगर कोई जात है तो वो है गरीबी। इससे मुकाबला करने के लिए दो दिन बाद समय आपके पास आ रहा है। अगर इस बार चूके तो आने वाला पच्चास वर्षों तक पछताना पड़ेगा। उक्त बातें लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को बेलागंज के पड़ाव मैदान पर आयोजित चुनावी सभा को सबोधित करते हुए कहीं।
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के चुनाव के लिए प्रचार का सोमवार को अंतिम दिन था। बेलागंज के पड़ाव मैदान पर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान अपने पार्टी के प्रत्याशी रामाश्रय शर्मा के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। सभा की भीड़ से उत्साहित राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोगों से पूछा कि सात निश्चय योजना के तहत कितने लोगों के घरों तक नल का जल मिल रहा है। क्या सात निश्चय योजना के तहत की योजनाएं धरातल पर उतरी है।
भीड़ ने दोनों हाथ उठाकर ना में जवाब देती है। फिर वो कहते है मेरी सरकार बनी तो सात निश्चय योजना की जांच कराएंगे। इसमें दोषी चाहे जो हो, क्यों न मुख्यमंत्री हीं हो उन्हें जेल के सालखे के पीछे डालेंगे। उन्होंने भीड़ से पूछा कि क्या कभी दिल्ली या मुंबई का कोई युवक शिक्षा या रोजगार के लिए बिहार आता है ? भीड़ ने जवाब दिया नहीं। उन्होंने भीड़ से पूछा कि इसका दोषी कौन है। सिर्फ और सिर्फ दोषी वहीं है जो तीस वर्षो तक बिहार के सता पर बैठे रहे।
आज फिर वहीं लोग सत्ता पर बैठने के लिए आपके पास वोट मांगने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए जो प्रदेश को जातपात में बांटकर छोड़ दिया है। अगड़ी पिछड़ी कर जात में बाट दिया है । बिहार में सिर्फ एक ही जात है और वो है गरीबी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। उसी तरफ बिहार में सीता माता का भव्य मंदिर बनायेंगे। और सिया कोरिडोर का निर्माण कर पर्यटक को बढ़ावा देंगे। ताकि पर्यटक को बढ़ावा मिलेगा और बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलेगा। पापा कहते थे शेर का बच्चा है। जंगल चीर कर निकल जायेगा। कहीं सभा में जाते थे तो पापा का फोन आता था। अब पापा नहीं रहे अब हमें आप लोगों का साथ चाहिए, ताकि बिहार फस्ट बिहारी फास्ट के अपने संकल्प को पूरा कर सकूं।