PM Narendra Modi Bihar Chunav Rally: बिहार चुनाव में सेशेल्स के राष्ट्रपति की हुई एंट्री, रामकलावन का नाम लेकर मोदी ने खुद को भोजपुरी माटी से जोड़ा
PM Narendra Modi Bihar Chunav Rally वैवेल रामकलवान दो साल पहले 2018 में अपने पूर्वजों के गांव ढूंढते हुए बिहार आए थे। वे गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के परसौनी गांव पहुंचे। यही उनके पूर्वजों का गांव है।
गोपालगंज [ बिनोद सिंह ]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छपरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सेशेल्स के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति वैवेल रामकलावन को बधाई दी। मोदी ने कहा कि बिहार की प्रतिभाओं ने देश-विदेश हर जगह परचम लहराया है। रामकलावन भी इसी बिहार के हैं। रामकलावन के पूर्वज बिहार के गोपालगंज जिले के थे। करीब 135 साल पहले उनके परदादा मॉरीशस चले गए थे। फिर वहां से सेशेल्स।
दो साल पहले गोपालगंज पहुंचे थे रामकलावन
रामकलवान दो साल पहले 2018 में अपने पूर्वजों के गांव ढूंढते हुए बिहार आए थे। वे गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के परसौनी गांव पहुंचे। यही उनके पूर्वजों का गांव है। उनके परिवार के 82 वर्षीय रघुनाथ महतो की आंखों में खुशी छलक रही है। वे बताते हैं कि उनके पूर्वज तब नमक का कारोबार करने के लिए घर से कोलकाता गए थे। रामकलावन के पूर्वज वहां से मॉरीशस चले गए। यह 135 साल पहले की बात होगी। यादों में अपने पिता से सुने किस्से हैं, थोड़ी बहुत धुंधली स्मृतियां हैं। आज इस गांव का बेटा सेशेल्स का राष्ट्रपति बना है तो बहुत अच्छा लग रहा है। गंडक नदी के तटबंध पर बसे परसौनी गांव के नोनिया टोली में खुशी छलक रही है।
तब थे नेता प्रतिपक्ष, अब राष्ट्राध्यक्ष
परसाैनी गांव में रघुनाथ महतो के घर परिवार के लोग मेहनत मजदूरी कर आजीविका चलाते हैं। गांव में ही छोटी सी दुकान है। परिवार अब बड़ा हो चुका है, वे लोग अभी भी करकट के झोपड़ीनुमा घर में ही रहते हैं। इसी परिवार के सदस्य त्रिलोकी महतो हैं। वे शिक्षक हैं। वे बताते हैं कि रामकलावन जब दो साल पहले आए थे तो सेशेल्स की नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने कहा था कि अगली बार राष्ट्राध्यक्ष बनकर आएंगे। साथ ही अपने तीन बेटों को लेकर भी आएंगे, ताकि वे अपने पूर्वजों के गांव को देख सकें। लोग अब उनके आने का इंतजार कर रहे हैं।
परसाैनी गांव बम-बम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छपरा की रैली में सेशेल्स के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति वैवेल रामकलावन और उनके पूर्वजों का जिक्र किया तो इसका सीधा असर गोपालगंज जिले के बराैली प्रखंड के परसौनी गांव में दिखा। रामकेलावन का नाम सुन गांव के लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गया। प्रधानमंत्री ने रामकेलावन के माध्यम से गोपालगंज के मतदाताओं से खुद को सीधा कनेक्ट किया।