मृत मिला उल्लू, गंभीर नहीं दिखे अफसर
16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति16 को मुख्यालय पर प्रदर्शन बनाई रणनीति
जागरण संवाददाता, कन्नौज: बर्ड फ्लू को लेकर पशु पालन विभाग की लापरवाही सामने आई। मृत मिले उल्लू की सूचना पर विभाग गंभीर नहीं दिखा। घंटों चिकित्सकों की टीम पहुंची। सूचना के बाद चिकित्सकों के मोबाइल नंबर बंद रहे। इससे सीवीओ भी देर से जानकारी कर सके।जिले में बर्ड फ्लू को लेकर सतर्कता व गठित की गई टास्क फोर्स की पोल सोमवार शाम को खुल गई। देर शाम नगर के अंधामोड़ पर आसमान से उल्लू गिरा, जो मरा था। इससे लोगों में बर्ड फ्लू की आशंका पर दहशत फैल गई। फौरन पशु चिकित्सकों को जानकारी दी गई, लेकिन नंबर बंद रहे। गठित कन्नौज सदर ब्लॉक की टास्क फोर्स भी अंजान रही। इससे घंटों उल्लू पड़ा रहा। संक्रमण फैलने की आशंका रही। इधर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने संबंधित चिकित्सक को फोन कर मौके पर भेजा, लेकिन कुछ देर बाद चिकित्सक का मोबाइल फोन बंद हो गया। इस कारण वह भी काफी देर तक जानकारी नहीं कर सके। कई घंटे बाद टीम पहुंची और संपर्क हुआ। बताया कि पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें सर्दी से मौत होना पाया है। जारी नहीं कर पाए टोलफ्री नंबर
बर्ड फ्लू को लेकर पशुपालन विभाग संजीदा नहीं है। अब तक लोगों को इस तरह की सूचना देने के लिए किसी तरह के टोलफ्री नंबर नहीं जारी किए गए हैं। जिन चिकित्सकों के नंबर हैं वह बंद या फिर उठते नहीं है। वहीं, पशु चिकित्सालय पर चिकित्सक नहीं बैठते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत अस्पताल बंद होने के होती है। खासकर रात में उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है।