बदलाव करेंगे तो बाल-बच्चों की बदलेगी तकदीर : उपेंद्र
दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था रोजगार सरकारी विद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है तो बिहार में क्यों नहीं? पिछले 30 वर्षो में पंद्रह वर्ष बड़े भाई और 15 वर्ष मंझले भाई की सरकार ने बिहार में पढ़ाई दवाई और कमाई सब चौपट कर दिया।
समस्तीपुर । दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था, रोजगार, सरकारी विद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है तो बिहार में क्यों नहीं? पिछले 30 वर्षो में पंद्रह वर्ष बड़े भाई और 15 वर्ष मंझले भाई की सरकार ने बिहार में पढ़ाई, दवाई और कमाई सब चौपट कर दिया। स्कूल और कॉलेजों में विगत 30 साल के कालखंड में सही पढ़ाई नहीं होने से लाखों-करोड़ों छात्रों का जीवन बर्बाद हो गया। अब, आगे किसी का जीवन बर्बाद न हो, इसलिए सरकार में बदलाव करना जरूरी है। उक्त बातें विभूतिपुर विधानसभा अन्तर्गत 2 श्री रामजी झा स्मारक आदर्श उच्च विद्यालय चकहबीब में जनसभा को संबोधित करते हुए रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहीं। वे बसपा प्रत्याशी ममता कुमारी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसी सीढ़ी है, जिसमें गरीब से गरीब का बच्चा भी ऊंचे ओहदे पर जाकर समाज का मान-सम्मान बढ़ाने वाला इंसान बन सकता है। कहा कि आपलोग एक बार छोटे भाई 5 वर्ष दीजिए और 15 माह में वो सबकुछ करके दिखाऊंगा जो पहले की किसी सरकार ने नहीं किया है।