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Bihar Election 2020: ऐश्‍वर्या से डर कर तेज प्रताप ने बदली सीट, अब हसनपुर में पत्‍नी के हमले से बचाएंगी साली!

Bihar Assembly Election 2020 लालू के लाल तेज प्रताप यादव ने मंगलवार काे हसनपुर विधानसभा सीट ने नामांकन दाखिल किया। चुनाव में विरोधी उनके तलाक का मामला उठाएंगे। ऐसा हुआ और अगर आरजेडी बचाव में हमलावर हुई तो ऐश्‍वर्या का भी पति पर हमला तय लग रहा है।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 11:25 AM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 12:07 AM (IST)
Bihar Election 2020: ऐश्‍वर्या से डर कर तेज प्रताप ने बदली सीट, अब हसनपुर में पत्‍नी के हमले से बचाएंगी साली!
तेज प्रताप यादव एवं ऐश्‍वर्या राय। फाइल तस्‍वीरें।

पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के लिए रस्साकशी तेज हो गई है। 2020 के रण में राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) हसनपुर (Hasanpur Assembly Seat) से चुनाव लड़ रहे हैं। कहा जाता है कि उन्‍होंने पत्‍नी ऐश्‍वर्या राय (Aishwarya Rai) के डर से अपना महुआ (Mahua Assembly Seat) का चुनाव क्षेत्र बदला है। कयास तो यह भी लगाया जा रहा था कि ऐश्‍वर्या राय जनता दल यूनाइटेड (JDU) के टिकट से हसनपुर में भी तेज प्रताप का पीछा नहीं छोड़ेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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सीटिंग विधायक को दिया टिकट

जेडीयू ने वहां अपने सीटिंग विधायक राजकुमार राय (Raj Kumar Rai) को ही टिकट दिया है। फिर भी यह सवाल तो खड़ा ही है कि अगर ऐश्‍वर्या राय ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ जनता के बीच गईं तब क्‍या होगा? ऐसे में संभव है कि आरजेडी तेज प्रताप की साली (Sister-in-law of Tej Pratap Yadav) डॉ. करिश्‍मा राय (Dr. Karishma Rai) को ही काट में सामने लाए, जिन्‍होंने आरजेडी की सदस्‍यता ली है। जो भी हो, इस हॉट सीट (Hot Seat) पर मुकाबला दिलचस्‍प होगा, जिसपर पूरे देश की नजर रहेगी।

ऐश्‍वर्या से तलाक चाहते तेज प्रताप

विदित हो कि तेज प्रताप यादव की शादी तत्‍कालीन आरजेडी विधायक व अब जेडीयू नेता चंद्रिका राय (Chandrika Rai) की बेटी ऐश्‍वर्या राय के साथ 12 मई 2018 को हुई थी, लेकिन इसके छह महीने के भीतर ही तलाक का मुकदमा (Divorce Case) दायर कर दिया। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच संबंध धीरे-धीरे खराब होते गए। तेज प्रताप के तलाक का मुकदमा अभी कोर्ट में लंबित है। इस बीच लालू व चंद्रिका के रास्‍ते अलग हो गए हैं। माना जा रहा है कि ऐश्‍वर्या राय अपने अपमान का बदला लेने के लिए लालू परिवार (Lalu Family) के खिलाफ चुनाव प्रचार कर सकतीं हैं।

परिणाम भांप लालू ने नहीं की पहल

दरअसल, सियायत के माहिर खिलाड़ी लालू प्रसाद यादव ने ऐश्‍वर्या के तेज प्रताप के खिलाफ मैदान संभालने के परिणाम को भांप लिया है। इसलिए उन्‍होंने अपनी तरफ से पहल नहीं की है। उन्‍होंने आरजेडी में शामिल ऐश्‍वर्या की चचेरी बहन डॉ. करिश्मा राय को अभी तक मैदान में नहीं उतारा है। लालू ने समधी चंद्रिका राय की परंपरागत सीट परसा (Parsa Assembly Seat) से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) से आए छोटे लाल राय को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, बीते साल दो जुलाई को करिश्मा ने कहा था कि पार्टी चाहे तो वे अपने चाचा चंद्रिका राय के खिलाफ भी चुनाव लड़ने  लिए तैयार हैं।

चंद्रिका भी वेट एंड वाच की स्थिति में

पहल तो चंद्रिका राय की तरफ से भी दिख रही है। कल तक ऐश्‍वर्या के चाहने पर तेज प्रताप के खिलाफ उनके चुनाव लड़ने का संकेत देने वाले चंद्रिका राय इस मामले में अब मौन हैं। जेडीयू ने ऐश्‍वर्या को तेज प्रताप के खिलाफ टिकट नहीं दिया है। तेज प्रताप के मुकाबले में जेडीयू ने हसनपुर से अपने सीटिंग विधायक राजकुमार राय को ही टिकट दिया है। हालांकि, अभी चुनावी माहौल गरमाना शेष है। ऐसे में यह भी तय है कि तेज प्रताप के खिलाफ ऐश्‍वर्या से तलाक क मामला भी उठेगा। ऐसा हुआ और अगर आरजेडी ने तेज प्रताप के बचाव में उनकी साली करिश्‍मा को उतारा तो ऐश्‍वर्या के भी पीछे रहने की उम्‍मीद नहीं है।

जेडीयू कर सकता ऐश्‍वर्या का उपयोग

ऐश्‍वर्या का मामला आरजेडी के खिलाफ गरमाएगा, इसका संकेत मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की चुनाव पूर्व की एक वर्चुअल रैली (Virtual Rally) से ही हो गया था। उस दौरान उन्‍होंने पहली बार लालू परिवार की बहू के बारे में बात करते हुए कहा था कि लोग पढ़े-लिखे लोगों के बारे में बात करते हैं, लेकिन पढ़ी-लिखी ऐश्वर्या राय के साथ क्या व्यवहार हुआ? उनकी बातों के राजनीतिक अर्थ निकाले जाते रहे हैं। जेडीयू के प्रत्‍याशियों की सूची में ऐश्वर्या राय का नाम नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार के उक्‍त बयान को देखते हुए ऐश्‍वर्या के जेडीयू द्वारा आरजेडी, खासकर तेज प्रताप व तेजस्‍वी के खिलाफ उपयोग की संभवाना अभी बरकरार है।

बीजेपी नेता बोले: कुछ भी करें, हार तय

जो भी हो, बीजेपी तो तेज प्रताप यादव की हार को तय मान रही है। हसनपुर से चुनाव लड़ने पर बीजेपी के मीडिया सह प्रभारी संजय मयूख (Sanjay Mayukh) ने कहा कि तेज प्रताप और तेजस्वी की हार तय है। बिहार बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर (Sanjay Tiger) ने कहा कि तेज प्रताप यादव गत चुनाव में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का साथ मिलने के कारण जीत गए थे, लेकिन इस बार हार तय है।


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