Bihar Election 2020: चिराग पासवान का नया वादा, जैसे अयोध्या में राम मंदिर, वैसे ही सीतामढ़ी में बनेगा सीता मंदिर
Bihar Assembly Election 2020 एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान बुधवार को अपना बिहार फसर्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट जारी कर सकते हैं। इसमें अयोध्या में राम मंदिर की तरह ही सीतामढ़ी में माता सीता मंदिर बनवाने की बात कही गई है।
पटना, चुनाव डेस्क। Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में नए-नए वादों (Promises) की भरमार है। इस बीच लोेक जनशक्ति पार्टी (LJP) एक नया वादा लेकर आ रही है। बिहार फर्स्ट- बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट 2020 (Bihar First Bihari First Vision Docment 2020) के नाम से उसका घोषणा पत्र वैसे तो बुधवार को जारी हो सकता है, लेकिन उसके पहले ही पार्टी ने इसके कुछ हिस्से आउट कर दिए हैं। इसमें प्रमुख है सीतामढ़ी (Sitamadhi) में अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Temple) की तरह सीता मंदिर (Sita Temple) के निर्माण का वादा।
धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर सीतामढ़ी का महत्वपूर्ण स्थान
धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर अयोध्या की तरह ही सीतामढ़ी का भी महत्वपूर्ण स्थान है। अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मस्थली (Lord Sir Rama Birth Place) है तो सीमामढ़ी को माता सीता की जन्मस्थली (Mother Sita Birth Place) माना जाता है। ऐसे में यहां माता सीता के मंदिर के निर्माण की मांग पुरानी है। अब एलजेपी ने इस अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है।
पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर कार्य से पैदा होंगे रोजगार के अवसर
एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) अपने पिछले बयानों में इस बात पर हमेशा जोर देते रहे हैं कि पर्यटन (Tourism) के क्षेत्र में बेहतर कार्य किए जाएं तो बिहार में रोजगार (Employment) के नए अवसर पैदा होंगे। उनका दावा है कि जब भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में भव्य मंदिर बनेगा, तो वहां श्रद्धालुओं (Devotees) की संख्या बढ़ जाएगी। धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) के मानचित्र पर अयोध्या की तरह ही सीतामढ़ी का भी महत्वपूर्ण स्थान है। सीता की जन्मस्थली में भी अयोध्या की तरह का मंदिर बनना चाहिए।
भगवान महावीर की जन्मस्थली पर भी बने भव्य मंदिर
चिराग पासवान चाहते हैं कि भगवान महावीर की जन्मस्थली (Birth Place of Lord mahavira) पर भी भव्य मंदिर का निर्माण हो तो जैन श्रद्धालुओं के लिए अच्छी बात होगी। इससे जैन पर्यटकों (Jain Tourists) का आगमन बढ़ जाएगा।