मांझी ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- सत्ता में आते ही बिहारियों की बची-खुची जमीन कर लेंगे अपने नाम
मांझी ने लालू राबड़ी शासन काल का हवाला देते हुए कहा कि जब सूबे में मियां-बीबी का राज था तब नौकरी दिलाने के नाम पर किस तरीके से गरीबों की जमीन लिखवाई जाती थी किसी से छिपा नहीं है। लालू प्रसाद ने अपने सगे संबंधियों तक को नहीं छोड़ा।
पटना, राज्य ब्यूरो। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राजद के घोषणा पत्र को दिखावा बताया है। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र के नाम पर लालू परिवार फिर जमीन ठगी की कोशिश में जुटा है। मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव चाहते हैं कि किसी भी तरह बिहार की सत्ता पर काबिज हो जाए और भोले भाले बिहारियों की बची-खुची जमीन अपने नाम करा लें।
नौकरी दिलाने के नाम पर गरीबों से लिखवाई जाती थी जमीन
मांझी ने लालू राबड़ी शासन काल का हवाला देते हुए कहा कि जब सूबे में मियां-बीबी का राज था तब नौकरी दिलाने के नाम पर किस तरीके से गरीबों की जमीन लिखवाई जाती थी किसी से छिपा नहीं है। हालत यह थी लालू प्रसाद ने अपने सगे संबंधियों तक को नहीं छोड़ा।
तेजस्वी की सभा में जुटने वाली भीड़ वोट नहीं
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की सभा में जुटने वाली भीड़ वोट नहीं। 2010 में जब लालू प्रसाद चुनाव हारे थे तो उस वक्त भी उनकी सभाओं में भी इसी प्रकार भीड़ जुटा करती थी। पर जब जनादेश आया तो जनता ने नीतीश कुमार पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा के आने वाले वक्त में भी जनता नीतीश कुमार पर ही भरोसा जताएगी।
लोजपा पर तंज
मांझी ने लोजपा पर तंज कसते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान चिराग अपनी हर सभा में सीएम नीतीश कुमार के जिन कामों की तारीफ करते नहीं थकते थे, आज उन्हीं की खिलाफत कर रहे हैं। वे नीतीश कुमार के काम पर सवाल उठाकर नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं। परन्तु बिहार की जनता उन्हे समझ चुकी है। यही वजह है कि जिस दल को कभी रामविलास पासवान जैसे नेता ने स्थापित किया उसी दल को बिहार में वोटकटवा कहा जा रहा है। मांझी ने चिराग पर पासवान की विरासत को बरबाद करने के भी आरोप लगाए।